ग्वालियर - कृषकगण अपनी खुद की सहकारी समितियाँ बनायें – श्री पवैया

कृषकगण अपनी खुद की सहकारी समितियाँ बनाकर खेती से अधिक मुनाफा कमा सकते हैं। महाराष्ट्र के किसानों की कृषि सहकारी समितियाँ इसका सफल उदाहरण हैं। यह बात उच्च शिक्षा मंत्री श्री जयभान सिंह पवैया ने कही। श्री पवैया आज भगवान बलराम जयंती के उपलक्ष्य में नंदलाल बाल कल्याण समिति द्वारा आयोजित किसान सम्मान समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। किसान समारोह के साथ अखिल भारतीय कवि सम्मेलन भी आयोजित हुआ। समारोह की अध्यक्षता महापौर श्री विवेक नारायण शेजवलकर ने की।

बुधवार को यहाँ डॉ.भगवत सहाय सभागार में आयोजित हुए समारोह में उच्च शिक्षा मंत्री श्री पवैया ने कहा कि रासायनिक खादों के अत्याधिक इस्तेमाल से खेतों की उर्वरा शक्ति चिंता जनक हद तक क्षीण हो रही है। इसलिए कृषकगण प्रमुखता से जैविक खेती को अपनायें। उन्होनें कहा जैविक खेती से उत्पादित फसलों को अधिक दाम मिले इसकी पहल शासन स्तर पर की जायेगी। श्री पवैया ने भारत सरकार द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को किसानों के हित में क्रांतिकारी पहल निरूपित किया। साथ ही हर खेत तक पानी पहुँचाने के लिए सरकार द्वारा की गई पहल का भी जिक्र किया। उन्होनें किसानों के देवता कहे जाने वाले भगवान बलराम की जयंती पर ‍पिछले दस साल से लगातार किसान समारोह आयोजित करने के लिए बीज निगम के पूर्व अध्यक्ष श्री महेन्द्र सिंह यादव के प्रति धन्यवाद व्यक्त किया।

महापौर श्री विवेक नारायण शेजवलकर ने कहा केन्द्र व राज्य सरकार किसानों के प्रति संवेदनशील है। उन्होनें कहा किसान पारंपरिक खेती के साथ उन्नत खेती के आधुनिक तरीके भी अपनायें।

राज्य पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष श्री तपन भौमिक ने कहा कि प्रदेश सरकार ने खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिए कारगर कदम उठाये हैं। उन्होनें कहा किसान आज भी भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता एवं किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री विजयपाल सिंह तोमर ने कहा कि भारत सरकार ने वर्ष 2022 तक किसानों की आमदनी को 2 गुना बनाने का लक्ष्य निर्धारित कर सराहनीय पहल की है। साथ ही किसानों के हितों को ध्यान में रहकर ग्राम विकास के बजट में भारी इजाफा किया है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना में भी सरकार ने 50 हजार करोड़ आवंटन किया है, इससे सरकार की किसान हितैषी सोच जाहिर होती है।

बीज निगम के पूर्व अध्यक्ष एवं नंदलाल बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष श्री महेन्द्र सिंह यादव ने स्वागत उदबोधन दिया एवं कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला।

आरंभ में अतिथियों ने भगवान बलराम के चित्र पर पुष्पांजलि एवं दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभांरभ किया। कार्यक्रम का संचालन श्री शशिकांत यादव “शशि’’ ने किया। श्री “शशि’’ द्वारा ही इस मौके पर हुए अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का संचालन किया।

इन किसानों का हुआ सम्मान

बलराम जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित हुए किसान सम्मान समारोह में जिले के चार प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया गया। गौ पालन के लिए राजमाता विजयाराजे गौपालन सम्मान श्री वेदपाल सिंह गौशाला केदारपुर को जैविक खेती के लिए श्री कुशाभाऊ ठाकरे सम्मान बिलौआ के कृषक श्री प्राणसिंह जाटव को और मुख्यमंत्री किसान कल्याण सम्मान उद्यानिकी के क्षेत्र में श्री नरेश किरार जिगसौली व पशुपालन के क्षेत्र में श्री चन्द्र भूषण को दिया गया।इस अवसर पर कविगण श्री राजीव राज व शशिकांत यादव शशि को भी सम्मानित किया गया।

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