अब हम नहीं, तुम वापस लौटोगे, अब तो तिरंगा लहरायेगा

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 14 अक्टूबर को भोपाल के चिनार पार्क में शौर्य स्मारक के लोकार्पण के बाद स्मारक के अवलोकन के लिए जन-सामान्य का दिनों-दिन ताँता लगा हुआ है।

शौर्य स्मारक देखने आए श्री राजेन्द्र सिंह गौतम ने र्शार्य वीथी को देखने के बाद 1942 में कटनी रेलवे स्टेशन पर भारत छोड़ो आन्दोलन से जुड़े अपने पिता श्री चतर सिंह की यादें साझा की। उन्होंने बताया कि पिताजी दमोह से कटनी चलने वाली रेल में महात्मा गाँधी के साथ यात्रा कर रहे थे। रेल रूकी तो देखा स्टेशन पर भरी जन-समुदाय इकटठा था। गाँधी जी ने जनसमूह का आव्हान किया कि अब समय आ गया है ' करो या मरो'। एक स्वर में कहो- 'अंग्रेजों भारत छोड़ो'। यह सुनते ही चतर सिंह की टोली भी आन्दोलन में खुलकर सामने आ गई। पुलिस और चतरसिंह के बीच संघर्ष हुआ। अंग्रेज थानेदार ने कहा ' वापस लौट जाओ'। तब चतुर सिंह ने थानेदार को ललकारते हुए कहा ' अब हम नहीं, तुम वापस लौटेगे, अब तो तिरंगा लहरायेगा'। इस वाकया के बाद संघर्ष कुछ ज्यादा बढ़ने लगा। अंग्रेज थानेदार, साथी हवलदार अतहर हुसैन के साथ आगे बढ़ने लगा। गोलीबारी शुरू हो गई। अंततोगत्वा चतर सिंह टोली सहित गिरफ्तार हो गये। उन्होंने 1942 का पूरा साल जेल में बिताया।

श्री गौतम द्वारा उदघटित इस संस्मरण को सुनकर वहाँ मौजूद जन-समूह जोश से भर गया और 'वदे-मातरम्' के नारे से परिसर गूँज उठा। इस समूह में इटारसी के सेन्ट जोसफ स्कूल के 50 बच्चे भी शामिल थे। इन बच्चों ने पूरे अनुशासन और जोश के साथ राष्ट्र गीत 'वन्दे-मातरम्' का गायन किया।

उल्लेखनीय है कि शौर्य स्मारक के प्रमुख संस्मरण और गीतों की रिकार्डिंग पर केन्द्रित कार्यक्रम आजाद हिन्द 90.8 एफ.एम. से प्रतिदिन 10.10 बजे से 10.30 बजे तक प्रसारित करवाया जा रहा है।

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