अमर सिंह ने कैसे बचाया मुलायम सिंह को जेल जाने से ?


जबसे टीवी चेनलों पर श्रीमान मुलायम सिंह यादव यह कहते दिखाई दिए हैं कि अमर सिंह ने मुझे बचाया था, वरना मैं 7 साल के लिए जेल चला गया होता। इसके बाद से ही हर कोई जानना चाहता है कि आखिर उन्होंने ऐसा कौन सा गुनाह किया था, जिसमें वो 7 साल के लिए जेल की हवा खा सकते थे । यह बुढापे का असर है अथवा उनके बुरे दिनों का आगाज कि नेताजी ने जोश में आकर वो राज खोल दिया, जिस पर काफी पहले मिट्टी पड़ चुकी थी।

यह मामला था मुलायम की ‘अवैध जायदाद’ का !

विशेषज्ञों का मानना है कि यह मामला आय से अधिक संपत्ति का है ! दरअसल कांग्रेस के एक नेता विश्वनाथ चतुर्वेदी ने मुलायम सिंह यादव के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज कराया था । 2006 में चतुर्वेदी की अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई जांच के आदेश दिए । 2007 में सीबीआई ने इस मामले में मुलायम सिंह के खिलाफ शुरुआती जांच पूरी की ! कहा जाता है कि सीबीआई ने रिपोर्ट में 1993 से 2005 के बीच मुलायम परिवार की जायदाद का पूरा ब्योरा शामिल किया था।  थी। रिपोर्ट में नेताजी ही नहीं, बल्कि बेटे अखिलेश यादव के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज करने की सिफारिश की गई थी। 
किन्तु तभी पेच फंस गया ! भारत-अमेरिका न्यूक्लियर डील को लेकर संसद में विश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होनी थी। यह सरकार की नाक का सवाल बन गया था ! गले गले तक फंसे मुलायम सिंह के तारणहार बने अमर सिंह और उन्होंने कांग्रेस और मुलायम के बीच मध्यस्थता कर दोनों को संकट से उबार दिया ! और देखते ही देखते न्यूक्लियर डील पर मनमोहन सिंह का विरोध करते आ रहे मुलायम ने अचानक पलटी मार दी थी और सरकार के पक्ष में वोट दे दिया । यूपीए सरकार की प्रतिष्ठा भी बच गई और मुलायम जी का केस भी मनमोहन सरकार ने ठंडे बस्ते में डलवा दिया।

तू डाल डाल मैं पात पात !

मनमोहन सरकार की होशियारी देखिये कि 2007 में मुलायम को जेल जाने से तो बचा लिया, लेकिन सीबीआई में उनकी फाइल खुली रही। इसके बाद 2013 में कांग्रेस ने एक बार फिर उनकी बांह मरोड़ी। इस वक्त सोनिया गांधी ने फूड बिल पास कराने के लिए पूरी ताकत झोंक दी थी। समाजवादी पार्टी फूड बिल को किसान विरोधी बताती रही, लेकिन बिल पेश होने से पहले अचानक उन्होंने सुर बदल दिए। इस बार के सौदे में मुकदमा ठोंकने वाले कांग्रेस नेता विश्वनाथ चतुर्वेदी को उनकी ही पार्टी के सीनियर नेताओं ने बुलाकर धमकाया और विवश किया कि वे सरकार बचाने के लिए केस वापस ले लें। इसके बाद फूड बिल पर समर्थन के बदले में कांग्रेस ने सीबीआई से मुलायम को क्लीन चिट दिला दी। देखते ही देखते सेफई कोठी की कीमत महज बीस हजार बताकर सीबीआई के सरकारी तोते ने भी मुलायम सिंह को पाकसाफ करार दे दिया !


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