शिवपुरी में धड़ल्ले से फल फूल रहा है स्मैक का कारोबार !

कल दिनांक 5.2.17 को दोपहर लगभग 2 बजे स्थानीय शिवम् होटल के समीप पुलिस ने रईसउल्ला खान पुत्र अजमतउल्ला खान निवासी बारां राजस्थान के कब्जे से १५.८० ग्राम भूरे रंग का स्मैक जैसा पदार्थ जिसकी कीमत लगभग 1.50 लाख रुपये बतायी जा रही है पकड़ी ! आरोपी पर एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्यवाही कि गयी ! निसंदेह पुलिस कि यह कार्यवाही प्रशंसनीय है परन्तु अभी भी ऐसे लोग पुलिस की पकड़ से दूर है जो इस गिरोह के मुख्य सूत्रधार है ! इससे पूर्व में भी पुलिस के द्वारा स्मैक तस्करों पकडे गए है परन्तु न जाने क्या होता है कि इस गिरोह के मुख्य सरगना हमेशा पुलिस के चंगुल से दूर ही रहते है या यूं कहें कि पुलिस के द्वारा उन लोगों पर हाथ नहीं डाला जाता !

शिवपुरी शहर में स्मैक का कारोबार जबरदस्त रूप से पैर पसार चुका है और इस नशे से शहर के धनाढ्य वर्ग नौजवान सबसे ज्यादा प्रभावित है ! सूत्रों के अनुसार शहर के धनाढ्य और प्रतिष्ठित परिवार के कई युवा इस नशे के चलते जीवन और मृत्यु से संघर्ष करते हुए महानगरों के बड़े बड़े अस्पतालों में भर्ती हो चुके है ! यह तो हुई धनाढ्य परिवारों के युवाओं की बात परन्तु केवल धनाढ्य परिवारों के युवाओं का जीवन ही इस नशे ने बर्वाद किया है बल्कि सामान्य और निम्न वर्ग के युवाओं का जीवन भी यह नशा लील चुका है और हैरान कर देने वाली बात यह रही कि इस नशे की मंडियां शहर में सार्वजनिक रूप से अभी तक लगी दिखाई देती रही पर अफ़सोस इन मंडियों को संचालित करने वाले लोगों तक पुलिस ने कभी रूख नहीं किया था ! हाँ यदा कदा छोटे मोटे तस्करों तक पुलिस के हाथ अवश्य पहुचते रहे है पर इस गिरोह के सरगना हमेशा पुलिस की गिरफ्त से दूर बने रहे है !

इस खतरनाक नशे के शिकार केवल युवा ही नहीं है बल्कि इस नशे के शिकार लोगों में उम्रदराज लोग भी है ! एक हैरान कर देने वाली जानकारी के अनुसार शहर के पुराने बस स्टैंड पर स्थित शहर को पेय जल प्रदान करने हेतु बनाया गया पंप हाउस इस नशे का केंद्र बना हुआ है और पेय जल प्रदाय करने में लगे हुए टैंकर चालक भी इस नशे की गिरफ्त मैं है जो स्मैक के नशे में धुत्त होकर आँखें मूंदकर शहर की सड़कों पर द्रुत गति से टैंकरों को भगाते हुए आसानी से दिख जायेंगे जो किसी भी दिन शहर में गंभीर हादसे को कारित कर सकते है ! सवाल मन में यह उठता है कि क्या प्रशासन इस बात से अनभिज्ञ है ? या कोई बड़ा हादसा होने के बाद चेतेगा ?

निसंदेह शहर में स्मैक का कारोबार अभी तक लचर व्यवस्था के कारण जबरदस्त रूप से पैर पसार चुका था जिस पर अब अंकुश लगाने के लिए प्रशासन पहल करता दिखाई दे रहा है पर कहीं हमेशा की तरह इस बार भी छोटे मोटे लोगों तक हाथ डाल कर इतिश्री न कर दी जाए बल्कि इस गोरखधंधे के मुख्य सूत्रधारों को दबोचा जाए जिससे आम जन का विश्वास पुलिस के प्रति बढे !

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