भारत के खिलाफ जिहाद का फतवा देने वाला कोलकाता का बदनाम इमाम पड़ा अलग थलग, उखाड़े गए सिर के बाल, मस्जिद कमेटी ने भी की इमाम की निंदा |



कोलकाता के केंद्र में स्थित टीपू सुल्तान मस्जिद के इमाम पद बर्खास्त होने के अगले ही दिन सईद मोहम्मद नूरुर रहमान बरकाती पर प्रदर्शनकारियों ने कथित रूप से हमला किया, और उससे मस्जिद परिसर खाली करने की मांग की ।

मजेदार बात यह है कि बरकाती ने अपने ऊपर हुए हमले का दोष आरएसएस के मत्थे मढ़ा है | उसका कहना है कि " जब मैं आसारा' की नमाज अता कर रहा था (लगभग चार बजे से 4.30 बजे अपराह्न होने वाली नमाज), तो नमाज के बाद किसी ने पीछे से मेरे सिर पर मारा । मुझे संदेह है कि यह आरएसएस का काम है जो मस्जिद समिति द्वारा पैदा की गई स्थिति का फायदा उठा रहा है |

उधर दूसरी ओर बरकाती पर दबाव बढ़ाते हुए, ताहफुज-ई-मस्जिद समिति के सदस्यों ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जिसमें कहा गया कि समिति द्वारा बरकाती को हटाये जाने का निर्णय एकदम ठीक है और बरकाती को चाहिए कि वह इस फैसले को स्वीकार करे ।

समिति के संयोजक मौलाना शरीफत अबरार ने कहा कि "अगर वह ऐसा नहीं करते, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वह एक धार्मिक नेता के रूप में अपने कर्तव्यों का पालन करने के स्थान पर राजनीति की ओर झुक गए थे। अगर वह अपनी गलती को स्वीकार करते है और अपने तौरतरीके में बदलाव करते हैं, तो उन्हें हमारे सहयोग से संचालित 494 मस्जिदों में से किसी एक का इमाम नियुक्त किया जा सकता है। "

उन्होंने कहा कि बरकाती ने पूरे समुदाय का नाम खराब कर दिया है और अन्य समुदायों के समक्ष मुसलमानों का एक दूषित चित्र प्रस्तुत किया है। उन्होंने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ बरकाती के फतवे की भी निंदा करते हुए कहा, " प्रधान मंत्री मोदी के खिलाफ फतवा अपमानजनक था। किसी को भी देश के चुने हुए प्रतिनिधि का सार्वजनिक तौर पर अपमान करने का अधिकार नहीं है। 

अबरार ने कहा कि इमाम बरकाती ने यह भी कहा था कि उन्हें देश के कानून की परवाह नहीं है। ऐसी हालत में तो उन्हें देश से बाहर चले जाना चाहिए, " ।

बाद में शाम को बरकाती की ओर से प्रशासन को एक आवेदन दिया गया, जिसमें मस्जिद परिसर के चारों ओर धारा 144 लागू करने की मांग की गई थी । देश के क़ानून को नकारने वाले बरकाती को आखिर देश के क़ानून से ही मदद माँगने को विवश होना पड़ा | 

यह भी बताया जाता है कि जगदीश राणा नामक एक शख्श ने बरकाती के सिर के बाल पकड़कर उखाड़ लिए थे |

साभार आधार - https://hinduexistence.org/2017/05/18/hindu-retaliation-against-barkati-for-his-jihad-against-india/


एक टिप्पणी भेजें

एक टिप्पणी भेजें