प्रिय बहनो और भाईयो सप्रेम नमस्कार | इस वर्ष गुरुपूर्णिमा 9 जुलाई को है। अपनी गुरूपरंपरा के प्रति आभार व्यक्त करने हेतु, व्यास जयन्ती ...
1. ध्येयमार्ग यात्रा जो कि जड़ों को पानी देने पर केंद्रित है । अगर त्याग, सेवा और आत्मबोध आदि व्यवहार में है, तो वैदिक सिद्धांतों के अभ्यास करने में कठिनाई नहीं होगी |
1 समय नियोजन - जब हम यह जानते हैं कि हम काम नहीं कर सकते। क्या जरूरी है और क्या नहीं | तो हमें व्यर्थ में समय नहीं खोना चाहिए | हमें अपने प्रतिबंध स्वयं लगाना चाहिए, हम इसका इस्तेमाल करने के लिए इसे व्रत कह सकते हैं, इसके पहले कि यह हमें निगल जाए।
हार्दिक शुभकामनाओं सहित

मध्यप्रदेश समाचार
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( इस लेख का उद्धेश्य किसी वर्ग विशेष की भावनायें आहत करना नहीं बल्कि भगवान बुद्ध के नाम से जातिवाद की गन्दी राजनीति करने वालों की वास्तव...
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