एक खुला ख़त शिवपुरी गुना सांसद श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया जी के नाम - हरिहर निवास शर्मा


मान्यवर संसद सदस्य श्रीमान ज्योतिरादित्य जी, 

आज टीवी पर शिवपुरी की पेयजल समस्या पर आपको चिंता व्यक्त करते हुए सुना | सुनकर लगा कि भले ही आपको रायशुमारी का अर्थ न पता हो, किन्तु राजनीति के आप सिद्धहस्त खिलाड़ी बन चुके हैं | (आपने ही लोकसभा में लोकसभाध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन को लिखित में दिया था कि कश्मीर में रायशुमारी की जो मांग आपने की थी, वह गलती इस बजह से हुई, क्योंकि आपको राय शुमारी शब्द का अर्थ ज्ञात नहीं था) | 

कितनी चतुरता से आपने कांग्रेस शासित नगरपालिका को क्लीन चिट देते हुए, पेयजल समस्या का सारा दोष मध्यप्रदेश सरकार और उसमें मंत्री अपनी बुआ जी के मत्थे मढ दिया | 

चलिए मान लिया कि सारा दोष मध्यप्रदेश सरकार और आपकी आत्या यशोधरा जी का है, किन्तु यह तो बताने की कृपा करें कि बकौल आपके ही, आपके द्वारा स्वीकृत सीवर प्रोजेक्ट के नाम पर लगातार चार वर्षों तक जो शहर की जनता ने धुल फांकी, उसका दोष किसके मत्थे मढ़ेन्गे ? 

सचाई यह है महाराज कि विगत लोकसभा चुनाव में शिवपुरी शहर से हुई पराजय ने आपकी क्रोधाग्नि भड़का दी थी और आपने शहर की जनता को सबक सिखाने की ठान ली थी | इसी के चलते आपके ही इशारे पर आपके सिपहसालार नगर पालिका अध्यक्ष ने पूरे शहर को एक साथ पत्थर खदान में तब्दील कर दिया | सीवर लाईन के पाईप डालने के नाम पर करोड़ों रुपये का पत्थर बेच खाया गया | पूरे चार साल तक शहरवासी सड़क विहीन रहे, लोगों के वाहन कंडम हुए, आमजन धुल फांक फांक कर दमे, चर्म रोग और टीवी जैसे घातक रोगों से ग्रस्त हुए | सड़कें पडौस के ही शहर गुना में भी खुदी थीं, किन्तु वहां पहले सौ मीटर खोदकर पाईप डाले जाते थे, फिर वहां की सड़क पुनः डालकर अगले सौ मीटर की खुदाई की जाती थी | लेकिन आपको तो शिवपुरी वासियों को दण्डित करना था, अतः आपने जानबूझकर चार साल तक शिवपुरी को यमपुरी बनाकर रखा | 

पेयजल हो या सीवर लाईन, दोनों ही प्रोजेक्ट आज केवल समस्या हैं तो नगर पालिका में चल रही कमीशन खोरी के कारण | पूरा शहर इसलिए एक साथ खोदा गया, ताकि ठेकेदार को एक साथ बड़ा पेमेंट हो और कमीशन भी मोटा मिले | आप अपने कृपा पात्रों का बचाव कर रहे हैं और जनता के जख्मों पर नमक छिड़क रहे हैं | 

क्या आप सचमुच उसी सिंधिया वंश के वंशज हैं, जिसे बाजीराव पेशवा ने महान मराठा साम्राज्य का प्रतिनिधि बनाकर मालवा और चम्बल क्षेत्र सोंपा था, जिसने मुस्लिम नबाबों और सुल्तानों के अत्याचार से इस क्षेत्र को मुक्ति दिलाई थी ? अत्याचार से मुक्ति दिलाने वालों के वंशज इस प्रकार जनता को जख्म दें तो क्या शोभनीय है ? बड़प्पन दिखाईये और अपने नाकारा और जन विरोधी नगर पालिका अध्यक्ष से अपनी कृपा छाया हटाईये | जो दण्डित करने योग्य है, उसे प्रशंसित तो न कीजिए | 

आपके संसदीय क्षेत्र का एक अदना सा वासिन्दा 

हरिहर निवास शर्मा

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