जानिए शिवपुरी के नव नियुक्त पुलिस अधीक्षक राजेश हिंगणकर को


राज्य शासन ने शनिवार को भारतीय पुलिस सेवा के 23 अफसरों के नवीन पदस्थापना आदेश जारी किए हैं। जिसमें 12 जिलों के पुलिस अधीक्षकों को इधर से उधर करते हुए शिवपुरी एसपी सुनील कुमार पांडेय का 13वीं वाहिनी ग्वालियर तबादला किया गया है। जबकि शिवपुरी जिले में पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार हिंगणकर को भेजा गया है। एसपी राजेश कुमार का सतना से शिवपुरी तबादला किया गया है। तो आइये जानते है शिवपुरी जिले के नव नियुक्त पुलिस अधीक्षक राजेश हिंगणकर को | 

पूर्व में किया जा चूका है तबादला निरस्त 

दिसंबर २०१५ में प्रदेश के धार जिले में पदस्थ एसपी राजेश हिंगणकर का तबादला सतना जिले में कर दिया गया था | राजेश हिंगणकर नयी जगह पर ज्वाइन करने के लिए रवाना भी हो गए थे. इस दौरान रास्ते में उन्हें पुलिस मुख्यालय से आए फोन पर दोबारा धार जाकर एसपी का पदभार ग्रहण करने के निर्देश दिए गए | 

महिला SI के द्वारा प्रताड़ना की शिकायत

कटनी पुलिस लाइन में पदस्थ एसआई रीता सिंह ने कटनी एसपी राजेश हिंगणकर के खिलाफ आईजी उपेन्द्र जैन से मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था | रीता सिंह ने यह आरोप लगाया था कि झूठे मुद्दे बनाकर उन्हें सजाएं दी जा रही हैं, जिसके कारण उनकी मानसिक, सामाजिक और पारिवारिक स्थिति खराब हो रही है। 

दरअसल रीता सिंह पान-उमरिया थाना प्रभारी थीं। इसी दौरान हिंगणकर ने मुखबिर की सूचना पर स्लीमनाबाद थाना प्रभारी से पान-उमरिया थाना क्षेत्र में रेड करवाई थी। कार्रवाई में 60 हजार का जुआ फड़ पकड़ा गया था। इसी के बाद रीता को लाइन अटैच कर दिया गया। 

इसके बाद जब वे कटनी पुलिस लाइन में निर्भया स्क्वॉड प्रभारी के रूप में काम कर रही थीं। कटनी की दो विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनावों के दौरान रीता की ड्यूटी पोलिंग बूथ पर लगाई गई थी लेकिन वे बूथ पर मौजूद नहीं थीं। चुनाव के दौरान पोलिंग बूथ पर विवाद हुआ। सेट पर मैसेज प्रसारित होते रहे लेकिन रीता की तरफ से कोई जवाब नहीं आया। बाद में उन्होंने गाड़ी खराब होने का हवाला देते हुए घर चले जाने की बात बताई थी। मामले की जानकारी होने पर हिंगणकर ने उनका एक इंक्रीमेंट रोकने का आदेश जारी किया था। 

स्वाभाविक ही जांच के बाद महिला एसआई के एसपी पर लगाए गए आरोप गलत पाए गए थे | यह बात स्टाफ व अन्य अधिकारियों के बयानों से स्पष्ट हुई।

राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित 

इंदौर में एसपी-एटीएस रहते सिमी आतंकियों के खिलाफ बड़ी और सफल कार्रवाई के लिए एसपी राजेश हिंगणकर को राष्ट्रपति पुरस्कार से नवाजा जा चुका है | अब तक की पुलिस सर्विस में एसपी राजेश हिंगणकर को सिंहस्थ अवार्ड, दो बार सीएम अवार्ड, 225 प्रशंसापत्र मिल चुके हैं। हिंगणकर आईपीएस में 2006 के बैच के हैं। राष्ट्रपति पुरस्कार मिलने पर हिंगणकर ने इसे अब तक की पुलिस सेवा में सबसे बड़ा सम्मान बताया था | 

सतना में की गुण्डे बदमाशों के विरुद्ध हल्ला बोल कार्यवाही

एसपी राजेश हिंगणकर की अगुवाई में सतना पुलिस ने गुण्डे-बदमाशों के खिलाफ हल्ला बोल कार्यवाही को अंजाम दिया | रात 10 बजे तक शहर के अलग-अलग ठिकानों मेंं ताबड़तोड़ दबिश दी गई। 75 से ज्यादा गुण्डे-बदमाशों को पकड़ कर थाने लाया गया। औसतन हर दो मिनट में एक गुण्डा पकडा गया। गुण्डों को सिटी कोतवाली और कोलगवां कोतवाली में रखा गया । पकड़े गए गुण्डों का जुलूस निकाला गया। पुलिस की इस ताबड़तोड़ कार्रवाई से अर्से बाद शहर में आपराधिक तत्वों में सनाका खिंच गया। पुलिस की कार्रवाई से शहरवासी खुश दिखे। 

ढाई घण्टे तक चले हांका अभियान के दौरान पुलिस ने सट्टा के अड्डों के अलावा अहातो में भी छापेमारी की। सिंधी कैम्प में देशी शराब दुकान के बगल में स्थित अहाते के अलावा आदर्श नगर हवाई पट्टी में अवैध अहाते में छापेमारी कर कई लोगों की धरपकड़ की गई। स्टेशन रोड में सटोरिया पीरू मुसलमान के अड्डे में छापामारी कर कई लोगो को पकड़ा गया। औद्योगिक क्षेत्र में चल रहे सटोरिए अग्गा सिंधी के अड्डे को पुलिस ने तहस-नहस कर दिया। जिले भर में गुण्डे-बदमाशों, अवैध शराब की खरीद-फरोख्त करने वालों एवं महिलाओं संंबंधी अपराध में संलिप्त आदतन अपराधियों के खिलाफ अभियान चलाया

तीन दिन के अन्दर जिले भर की थाना पुलिस ने 64 हिस्ट्रीशीटर बदमाशों के खिलाफ जिला बदर का प्रकरण तैयार किया गया | 10 हिस्ट्रीशीटर बदमाशों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत प्रकरण तैयार किये गए | 449 गुण्डे-बदमाशो के विरुद्ध धारा 110 के तहत कार्रवाई की गई | तीन दिन के अन्दर 94 गुण्डों के खिलाफ 151 का प्रकरण तैयार कर न्यायालय में पेश किया गया। जिले भर में तीन दिन के अन्दर आबकारी एक्ट के 238 प्रकरण तैयार कर ढाई लाख कीमत की 12 लीटर अवैध देशी- विदेशी शराब जब्त की गई | 

सामाजिक कार्यों में भी भागीदारी

राजेश हिंगणकर एसपी होने के नाते प्रशासनिक कार्य तो करते ही हैं, किन्तु साथ-साथ सामाजिक कार्यों में भी बड़ी भूमिका निभाते हैं। लोगों की समस्याओं का मौके पर निराकरण करने के उद्देश्य से वह गांव गांव में चलित थाने का आयोजन किये जाने पर विशेष ध्यान देते है | इन चलित थानों के माध्यम से शिकायतों का तत्काल निराकरण किया जाता है । उन्होंने शिवपुरी आते ही यहाँ भी चलित थाने चालू करने की कार्य योजना घोषित की है |

शिक्षक रह चुके है राजेश हिंगणकर

पुलिस की नौकरी में आने से पहले एसडीओ फारेस्ट व शिक्षक भी रहे, पुलिस अधीक्षक श्री हिंगणकर ने लगभग साढ़े 3 साल तक इंदौर में हायर सेकेण्डरी के छात्र-छात्राओं को फिजिक्स भी पढ़ाया है। इसके बाद एक निजी कंपनी में काम किया, किन्तु इन सब कामों के विपरीत श्री हिंगणकर की मंजिल तो कहीं और थी। कड़ी मेहनत और लगन ने उन्हें अपनी मंजिल तक पहुंचाया। महाराष्ट्र के अमरावती जिले के अंजन गांव सुरजी में जन्मे राजेश हिंगणकर की शिक्षा प्रदेश के जबलपुर, होशंगाबाद, सिवनी, मुलतई, धार व झाबुआ में हुई है। 

इंटेलिजेंस में कार्य करना पसंद है 

शिवपुरी के नवनियुक्त पुलिस अधीक्षक राजेश हिंगणकर को इंटेलिजेंस में कार्य करना पसंद है | राजेश हिंगणकर ने जबलपुर, इंदौर, बस्तर व सतना हर जगह अपराधियों को उनके अंजाम तक पहुँचाया है | सतना में ६ माह के भीतर चित्रकूट से ललित पटेल एवं नवल धोबी गैंग का सफाया किया | बस्तर में ५८ हजार के इनामी नक्सली का सरेंडर कराया एवं इंदौर में दो बार अंडरवर्ल्ड (छोटा राजन व दाऊद के लिए काम करने वाले बबलू श्रीवास्तव) से सीधा मुकाबला करते हुए पकड़ छुड़वाई | इसके अलावा खंडवा से सिमी के ७ गुर्गों की गिरफ़्तारी भी इनकी उपलब्धियों में शामिल है |

एक टिप्पणी भेजें

एक टिप्पणी भेजें