बेचारे भाजपा के छिछोरे, बस कसमसा रहे हैं !



आज जब पूर्व भाजपा सांसद तरुण विजय की नई कहानी सामने आई, तो कुछ भूली बिसरी बातें भी चलचित्र की तरह आँखों के सामने घूम गईं | हाल ही में श्री तरुण विजय ने भाजपा अध्यक्ष श्री अमित शाह द्वारा की जा रही, कांग्रेस अध्यक्ष श्री राहुल गांधी की कैलाश यात्रा की आलोचना को लेकर अपनी नापसंदगी जाहिर की | पहले तो एक के बाद एक कई ट्वीट किये, किन्तु फिर कहा कि मेरा एकाउंट किसी अन्य ने हेक कर लिया था | 

श्री तरुण विजय “पान्जजन्य” के सम्पादक रह चुके हैं तथा उनकी कैलाश मानसरोवर यात्रा खासी चर्चित रही है | इसलिए नहीं कि उन्होंने उस यात्रा के बहुत बढ़िया संस्मरण लिखे हैं, बल्कि इसलिए के वे उस यात्रा पर अपनी तत्कालीन निजी सचिव (अब मरहूम) शहला मसूद को भी ले गए थे | वे शहला मसूद को इसके पूर्व फ्रांस की सैर भी करवा चुके थे ! 

शहला मसूद और तरुण विजय की कैलाश मानसरोवर यात्रा को लेकर 2 सितम्बर 2011 को मेरी एक पोस्ट थी - 

शै राजनीति ऐसी रखती सदा "तरुण" है,
हर चाल में "विजय" है, सो बृद्ध भी अरुण है !
है सामने मुखौटा, चेहरा सदा छुपायें,
हिंदुत्वनिष्ठ देखो, किसको कहाँ घुमाएं ? 

स्मरणीय है कि तरुण जी इसके पूर्व मरहूम शहला को फ्रांस की सैर भी करा चुके थे ! शहला मसूद वही शख्शियत थी, जिसका बाद में भोपाल में क़त्ल हुआ | वह भी एक भाजपा नेता के साथ चलते अपने प्रेम त्रिकोण के चलते | उस समय तरुण जी से भी पूछताछ हुई थी, किन्तु उन पर कोई आंच नहीं आई | (गनीमत है) 

तो अब बात तरुण जी के नए किस्से की | उन्होंने जो पोस्ट किये या उनके नाम पर जो पोस्ट हुए पहले उन पर नजर डालें | ट्वीट क्रमांक 1 का हिन्दी भावान्तर – 

जो लोग राहुल की कैलाश यात्रा का मजाक बनाते हुए घटिया कमेन्ट कर रहे हैं, गलत है | यह किसी हिन्दू को नहीं करना चाहिए | यह शिव के और उन के बीच की बात है | शिव से बड़ा कोई नहीं है | मैं भी तीन बार कैलाश यात्रा का सौभाग्य पा चुका हूँ और कैलाश मानसरोवर यात्री संघ का अध्यक्ष भी हूँ | 

ट्वीट क्रमांक 2 – 

आप इसे एक राजनीतिक घटना क्यूं बना रहे हैं ? एक ओर तो नास्तिक कम्यूनिस्ट चीन भी हिन्दू भावनाओं का सम्मान करता है, किन्तु भारत के हिन्दू कैलाश पर राजनीति कर उसका मजाक बना रहे हैं | ऐसा पहले कभी नहीं हुआ, अपनी विरासत का सम्मान करना सीखो | राजनैतिक विचारों से धर्म बड़ा है | ...... 

ट्वीट क्रमांक 3 – 

हम अपने जीवन की बचत संजोते हैं, पीढी दर पीढी प्रार्थना करते हैं, रोज प्रार्थना करते हैं – हे शिव, कृपा कर हमें कैलाश यात्रा का अवसर दो | महाराष्ट्र में दिवंगतों को कैलाशवासी कहा जाता है .... 

ट्वीट क्रमांक 4 – 

किसी व्यक्ति की आस्था कोई भी हो, वह जैन हो, बौद्ध हो, कोई भी हो, अगर यह घोषणा करता है कि वह सनातन धर्मियों के किसी तीर्थ की यात्रा करेगा, तो हमें क्या अधिकार है, उसके निर्णय पर टिप्पणी करने का ? यह उसके और शिव के बीच की बात है | ॐ नमः शिवाय | 

और सबसे खरनाक ट्वीट, जिसके विषय में कहा जा रहा है कि वह सीधे भाजपा अध्यक्ष पर निशाना साधते हुए लिखा गया – 

हेलो ! आप वहां इसलिए नहीं हो कि आप बहुत लोकप्रिय हो, आप वहां हो, क्योंकि आपके पीछे एक व्यक्ति है – नरेंद्र मोदी | अपनी हेकड़ी मत दिखाओ | हे भगवान – तुम यह समझते हो कि तुम बहुत लोकप्रिय हो ? 

और इसके बाद जैसे ही खुमारी उतरी, समझ में आया कि यह क्या हो गया, कहीं धोबी का कुत्ता न हो जाऊँ, घर का रहूँ न घाट का, तो तुरंत ही अपना ट्विटर एकाउंट डिलीट कर दिया और थाने में रिपोर्ट कर दी कि मेरा एकाउंट हेक हो गया था | 

लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी | शाह साहब के सामने दूध का दूध पानी का पानी था | उन्होंने भी किसी atulkbhaskar को जबाब देते हुए लिखा – 

सब ध्यान में रहता है | मेरी टीम विडियो रिकोर्ड करती है | 

आखिर एक मुस्लिम महिला शहला मसूद को फ्रांस और कैलाश घुमाने वाले तरुण जी की नजर में "पोर्क" खाकर कैलाश जाने वाले राहुल गांधी गलत कैसे हो सकते हैं | बैसे भी सच में प्रामाणिक रूप से तरुण विजय बहुत लोकप्रिय हैं | हर लोकसभा चुनाव में सामने वालों की जमानत जब्त कराते हैं |

तो भाजपा में जितने भी छिछोरे हैं, कसमसा रहे हैं |
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