मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ - क्या सचमुच अमरीका से मित्रता ही व्यवसाय ????

विकीलीक्स की ओनलाईन पब्लिक लाइब्रेरी पर कोई भी मध्यप्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ के विषय में एक अद्भुत जानकारी पढ़ सकता है | यह जानकारी 29 नवम्बर 1976 की है, अर्थात उस दौर की जब देश पर तत्कालीन प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा जी ने आपातकाल लगाया हुआ था तथा कमलनाथ जी स्व. संजय गांधी के परम आत्मीय हुआ करते थे ! आगे चर्चा के पूर्व पहले आईये और पढ़िए कि विकीलीक्स की उस जानकारी में आखिर है क्या ? 

परमाणु परीक्षण की योजना संबंधी रिपोर्ट 

पश्चिम बंगाल के बिजनेसमेन और संजय गांधी के विश्वस्त कमल नाथ ने 25 नवम्बर को कंसुल जनरल कॉर्न को बताया कि भारत दो और परमाणु बम बना रहा है और उसकी योजना गुपचुप एक और विस्फोट करने की है। अमेरिका-भारत संबंधों पर हो रही चर्चा के दौरान कमलनाथ ने यह टिप्पणी की । 

कॉंगन कॉर्न ने इस पर टिप्पणी की कि इस तरह के गंभीर विषय को लेकर कमलनाथ के रहस्योद्घाटन को उनका बडबोलापन या सीधापन मानकर हलके में नहीं लेना चाहिए । क्योंकि एक तो वे संजय के नजदीकी हैं, और दूसरे उनमें कई क्षमतायें भी है। कॉर्न ने आगे कहा कि नाथ कई विषयों के बारे में पर्याप्त जानकारी रखते हैं, साथ ही संयुक्त राज्य के साथ मित्रता उनका व्यवसाय है, और वे गंभीर भी हैं । 

कॉर्न ने आगे जोड़ा कि हो सकता है कि न्यूक्लेयर रिपोर्ट को लेकर नाथ सिर्फ शेखी बघार रहे हों, कि देखो मेरे पास भारत के न्यूक्लेयर कार्यक्रम के बारे में कितनी संवेदनशील जानकारी है, , हमें इसे हलके में नहीं लेना चाहिए और पूरी तरह जाँच करना चाहिए । 

कमल नाथ की टिप्पणियां दूसरे परमाणु परीक्षण के विषय में केवल सामान्य जानकारी भर देती हैं, उन्होंने अपनी इस टिप्पणी का कोई आधार या समयबद्ध कार्यक्रम नहीं बताया । 

गोपनीय
गोपनीय 

यह तो सभी जानते हैं कि भारतीय परमाणु आयोग ने पोखरण में अपना पहला भूमिगत परिक्षण १८ मई १९७४ को किया था । और यह भी चर्चित है कि इंदिरा जी आपातकाल के दौरान अपनी घटती लोकप्रियता को बचाने के लिए एक और परमाणु परीक्षण की योजना बना रही थीं | यहाँ कॉंगन कॉर्न की कमलनाथ पर की गई एक टिप्पणी गौर करने लायक है – “संयुक्त राज्य के साथ मित्रता उनका व्यवसाय है” | 

क्या कमलनाथ जी की व्यावसायिक सफलता के पीछे उनकी अमरीका के साथ मित्रता है ? 

इस मित्रता को क्या “जासूसी” नहीं कहा जा सकता ? 

क्या भारत का दूसरा परमाणु परीक्षण 1976 में टला, उसका कारण कमलनाथ जी हैं ? 

सवाल उठता है कि भारत का दूसरा परमाणु परीक्षण अटल जी के शासनकाल में 28 मई 1998 को हुआ, अर्थात हमारा परमाणु कार्यक्रम पूरे 22 वर्ष टला, आखिर किसके कारण ? 

सोचिये सोचिये सोचिये !

जागो भारत जागो ! 

साभार आधार - 

https://wikileaks.org/plusd/cables/1976NEWDE17267_b.html?fbclid=IwAR2ZmmueN32upxd3NQe2aQE-9SyeqL8zeFZWaOFhOl3KaXubhryzCbsxYHQ

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