आरएसएस के खिलाफ कैसे कैसे षडयंत्र ?


1 दिसंबर 2018// बिहार के आरा में, राजद नेता किशोरी यादव और उनके 4 अन्य साथियों को स्थानीय अदालत ने इस साल अगस्त में एक महिला को मारने और निर्वस्त्र कर सडकों पर घुमाने के आरोप में 7 साल के कारावास की सजा सुनाई है। जबकि 14 अन्य आरोपियों को 2 साल के कारावास की सजा सुनाई गई है। 

न्यायालय द्वारा अपराधियों को सजा मिलना एक सामान्य बात है, किन्तु इस घटना का इतिहास विशेष ध्यान देने योग्य है । 

20 अगस्त 2018 को आरा (बिहार) से लगभग 25 किलोमीटर दूर बिहीया शहर में रेलवे पटरियों के पास प्रातःकाल एक स्थानीय युवा बिमलेश साओ मृत पाया गया । 

इसके बाद स्थानीय लोगों की हिंसक भीड़ ने दुकानों पर हमले किये, कई बाहनों में भी तोड़फोड़ की । उन्हें संदेह था कि साओ की हत्या हुई है। उन्होंने बिहिया शहर के पास रेड लाईट एरिया में रहने वाली एक महिला पर हत्या का आरोप लगाया और उसे मार डाला। हत्या के पहले उस महिला को निर्वस्त्र कर सड़कों पर घुमाया गया । 

उल्लेखनीय है कि घटना के दिन, हिंसक भीड़ ने क्षेत्र में भारी हिंसा और बर्बरता की थी । उन्होंने पुलिसकर्मियों पर भी हमला किया था और इलाके में ट्रेनों की आवाजाही को भी रोक दिया था । लगभग पूरे दिन के बाद हिंसा का तांडव चलने के बाद, बड़ी मुश्किल से पुलिस स्थिति को नियंत्रण में लेने में सफल हुई थी । यहाँ तक कि इसके लिए अतिरिक्त पुलिस बल भी बुलाना पड़ा था । स्थिति को संभालने में विफल होने के आरोप में 2 पुलिस अधिकारी और 6 अन्य पुलिसकर्मी भी निलंबित किए गए थे। 

स्वाभाविक ही आज के सोशल मीडिया युग में इस बर्बर घटना के वीडियो मीडिया में वायरल हो गए। जैसा की विरोधियों की आदत है, इस घटना को एक अलग ही रूप देकर पूरे देश में प्रचारित किया गया। सोशल मीडिया पोस्टों में इन वीडियो को लेकर दावा किया जाने लगा कि आरएसएस और बीजेपी के लोग एक दलित ईसाई महिला को यातना दे रहे हैं । 

हालांकि बाद में कुछ वेवसाईटों ने तथ्य सामने लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई कि उक्त घटना में आरएसएस का कोई व्यक्ति शामिल नहीं था और यह घटना जातीय हिंसा थी, जिसमें गलत तरीके से आरएसएस को जिम्मेदार ठहराया गया था। बाद में यह तथ्य भी सामने आये कि जिन पंद्रह लोगों को इस अपराध के लिए गिरफ्तार किया गया, उनमें से 6 लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी से सम्बंधित थे। मुख्य आरोपी किशोरी यादव तो आरजेडी का सक्रिय सदस्य भी था, जो पार्टी द्वारा आयोजित होने वाले हर धरना, प्रदर्शन और बंद आदि में भाग लिया करता था। 

इस साल की शुरुआत में भी आरजेडी नेताओं पर बिहार के राघोपुर इलाके में दलित ग्रामीणों के घरों पर हमला करने और जलाने का आरोप लगा था। स्मरणीय है कि राघोपुर लालूपुत्र तेजस्वी यादव का निर्वाचन क्षेत्र है।

साभार आधार - http://vsktelangana.org/rjd-men-convicted-for-a-crime-that-was-blamed-on-rss-by-some-to-claim-attack-on-dalits/

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1 टिप्पणियाँ

  1. I know that the people want to blame RSS unnecessarily which is wrong. More over those who are Hindus and defaming it is so poor just like molesting their real mother. Please change your mentality. Else you people have to suffer a lot in near future.

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