जुझारू सांसद - कल्पनाशील जनसेवी नेता - अनुराग ठाकुर



राफेल मुद्दे पर हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर का लोकसभा में दिया गया भाषण सुनते समय उनके भाषण में कुछ बातें बड़ी रोचक लगीं | श्री ठाकुर ने कहा कि चर्चा की तैयारी में कांग्रेस को बीस दिन का समय लग गया और उसके बाद भी चर्चा के लिए खड़ा किया तो किसे ? एक कन्फ्यूज और करप्ट नेता को ! जो आज तक देश में अपना टेक्स भी अदा नहीं कर पाए | 

पहले तो कांग्रेसी समझ नहीं पाए कि अनुराग ठाकुर का इशारा किसकी तरफ है, पर जब समझ में आया तो उन्होंने हल्ला मचाना शुरू किया | अनुराग ने फिर चुटकी ली – कन्फ्यूजन इतना कि कोई भी बात देर से समझ में आती है | 

इस पर ज्योतिरादित्य सिंधिया जी ने भी आपत्ति जताने की कोशिश की तो अनुराग बोले – महाराज आपका दर्द मैं समझ सकता हूँ, साथ में बैठकर भी आपको वह नहीं मिला, जो मिलना चाहिए था | अब यहाँ चिल्लाने से कुछ नहीं होगा | 

अनुराग ठाकुर ने नेहरू जी के समय हुए जीप घोटाले का जिक्र किया और कहा कि इनके समय कोई भी डिफेन्स डील बिना डील के पूरी नहीं होती थी, इनके समय दलाल तय करते थे, इनके हित में सौदा में करवाते थे, आज राष्ट्रहित में सौदे होते हैं | इतना सुनने के बाद राहुल गांधी सदन छोड़कर जाने लगे, तो अनुराग ने छींटा कसा – अरे भैय्या बैठिये, अरे भैया आईये वापिस, अरे भैया कहाँ चले, अभी तो शुरू ही हुआ है | पीछे से भाजपा सांसदों ने कहा – भाग गए वो तो | 

खैर उसके बाद अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस टाईम में हुए घोटालों की लंबी फेहरिस्त गिना दी | 

भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे अनुराग ठाकुर के जहाँ संसद में ये आक्रामक तेवर रहते हैं, वहीँ अपने संसदीय क्षेत्र में जनहित के कार्यों में भी उनकी कोई सानी नहीं है | हिमाचल प्रदेश में केवल उनका हमीरपुर संसदीय क्षेत्र ऐसा है जहाँ उनके प्रयत्नों से “सांसद मोवाईल स्वास्थ्य योजना” संचालित है | 

यह ध्यान देने योग्य बात है कि इस पर्वतीय राज्य में लोगों को अपनी बीमारी के इलाज के लिए मीलों पैदल चलकर व बसों से सफ़र करके स्वास्थ्य केन्द्रों तक पहुंचना पड़ता है | जबकि मोवाईल स्वास्थ्य सेवा उन्हें इन परेशानियों से बचाती है | उल्लेखनीय है कि मोवाईल स्वास्थ्य सेवा की गाड़ियों ने हमीरपुर संसदीय क्षेत्र की 11 विधान सभाओं में स्थित 380 पंचायतों में जाकर विगत छः माह में लगभग साठ हजार मरीजों का उपचार किया है | 

जानकर हैरत होती है कि न केवल सामान्य रोगों का बल्कि डेंगू जैसी खतरनाक बीमारी का उपचार भी दुर्गम इलाके में रहने वाले ग्रामीण जनों को घर बैठे प्राप्त हो जाता है | इतना ही नहीं तो महिलाओं के जिस ब्रेस्ट केंसर का टेस्ट चुनिन्दा अस्पतालों में ही हॉता है, लेकिन इस मोवाईल स्वास्थ्य सेवा में विदेशों से आयातित मशीनों द्वारा मुफ्त प्रारम्भिक जांच की सुविधा क्षेत्र की मातृशक्ति के लिए किसी वरदान से कम नहीं है | शुरूआती दौर में ही बीमारी का पता चल जाने से अनेकों माताओं बहिनों की जीवन रक्षा संभव हुई है | इस मोवाईल स्वास्थ्य सुविधा के चलते किशोरियों को समय से न केवल एनीमिया की जानकारी मिल जाती है, बल्कि एनीमिया से निबटने के लिए जरूरी दवाएं भी उपलब्ध हो जाती हैं | संक्षेप में कहा जाए तो इस स्वास्थ्य सेवा ने लोगों को उनके घर-द्वार पर मुफ़्त उच्च स्तरीय स्तरीय चिकित्सा सेवा पहुँचा कर स्वास्थ्य क्षेत्र में एक कीर्तिमान स्थापित किया है। 

जब इस प्रकार के कल्पनाशील युवा नेताओं के विषय में पढ़ते सुनते हैं, तो भारत के उज्वल भविष्य का स्वप्न साकार होता प्रतीत होता है | जालंधर के दोआबा कॉलेज से स्‍नातक की डिग्री हासिल करने वाले अनुराग मई 2008 के लोकसभा चुनाव में पहली बार लोकसभा सदस्‍य निर्वाचित हुए। इसके बाद 2009 और 2014 में पुनः उन्‍हें लोकसभा सदस्‍य के रूप में चुना गया। 

राजनीति के अलावा अनुराग खेलों से भी जुड़े हुए हैं। 2001 में वे भारतीय जूनियर क्रिकेट टीम के चयनकर्ता बने थे। इसके बाद अनुराग हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोशिएशन के अध्‍यक्ष व बीसीसीआई के सह-सचिव व अध्यक्ष भी रह चुके है । 

अच्छे वक्ता व विचारशील राजनेता अनुराग ठाकुर भले ही हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री प्रेमकुमार धूमल के सुपुत्र हों, किन्तु उनकी उपलब्धियां खुद के परिश्रम से अर्जित हैं | भारतीय जनता युवा मोर्चा अध्यक्ष के रूप में बहाए गए उनके श्रम सीकरों ने ही उनकी राजनीतिक सफलता की बुनियाद रखी है | उनके कार्यकाल में ही कोलकता से लाल चौक श्रीनगर के लिए राष्ट्रीय एकता यात्रा निकाली गई व 26 जनवरी 2011 को लाल चौक में तिरंगा फहराया गया | क्षेत्र की जनता से बनाए गए उनके वैयक्तिक आत्मीय सम्बन्ध उन्हें लगातार विजय श्री प्रदान कर रहे हैं | शायद यही देखते हुए उन्हें सांसद रत्न सम्मान से भी अलंकृत किया गया है |
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