करैरा समाचार - रेत का अवैध उत्खनन जोरो पर, पानी भरने गई बुजुर्ग महिला को टेंकर ने मारी टक्कर!

करेरा में अवैध उत्खनन चरम पर,सत्ता की खनक से चल रहा है बेरोकटोक। 


ग्वालियर चंबल संभाग में रेत के अवैध कारोबार का सबसे बड़ा केंद्र बना हुआ है करैरा। अगर ग्वालियर और चंबल संभाग में अवेध रेत उत्खनन के पांच केंद्र चिन्हित किये जायें तो करेरा भी उसमे से एक होगा। 
कल्याणपुर दबरासानी में रेत का अवैध उत्खनन आज भी हथियारों की दम पर भारी मात्रा में किया जा रहा है । सूत्रों की माने तो कोई अंकल नाम से कुख्यात व्यक्ति इस अवैध कारोबार का मैनेजमेंट देखता है, और कोई रावत समाज का व्यक्ति इस कारोबार को हथियारों की दम पर करवा रहा है व लोगो को किसी राज्य शासन के बड़े मंत्री का नाम बता कर अपनी धौंस जमा रहा है। 

वही बडवोर की रॉयल्टी काटी जा रही है। समझ में नही आता कि जब पंचायत की रायल्टी बन्द हो चुकी है, तो फिर कैसे ये रॉयल्टी काटी जा रही है। इन माफिया के संपर्क इतने तगड़े है कि इन्होंने अवैध उत्खनन से भाजपा शासन में भी भरपूर कमाई की और अब मौजूदा राज्य सरकार में भी अपनी पैठ बना ली है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार ये तथाकथित अंकल और रावत दोनों ही किसी मंत्री के नाम की धौंस पर ये उत्खनन करके जीवनदायिनी नदियों का अस्तित्व मिटाने पर आमादा है। अगर जल्द ही इन माफियाओं पर नकेल न लगाई गई, तो ये लोग नदियों को रेतविहीन करके पर्यावरण को अपूरणीय क्षति पहुंचा देंगे । 

ग्रामीणों की शिकायत है कि वे तो कह कह कर थक गए, पर कभी कोई कार्यवाही नही होती, होती भी है तो महज कभी कभार खानापूर्ति की जाती है और उसके बाद दोगुने स्तर से अवैध उत्खनन चालू कर दिया जाता है। अब तक जो हुआ सो हुआ प्रशासन व नेता लोग अभी भी अपने स्वार्थ छोड़के ये उत्खनन बन्द करायें तो भी नदी बचाई जा सकती है। 

पर्यावरण को बचाने के लिए यू तो बड़ी बड़ी बातें की जाती है, परन्तु इस खुल्लमखुल्ला हो रहे नदी विनाश की ओर किसी का ध्यान नही है, क्योंकि सत्ता से जुड़े हुए बड़े लोग इस अवैध कार्य में संलिप्त हैं । हम अपनी भावी पीढ़ी के भविष्य को अंधकार मय करते हुए, अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मार रहे है। सत्ता के नशे में डूबे नेता भले ही पैसे की चमक में खुद को गिरवी रखे हुए हो, परन्तु उनको आईना दिखाने का काम समाज का है । बहरहाल अब प्रशासन कब इस और ध्यान देकर अवेध उत्खनन को बंद पूर्णतः कराता है,ये देखना है। 

प्रायवेट टैंकर ने महिला को मारी टक्कर,महिला हुई गम्भीर रूप से घायल। 


करेरा में पेयजल की समस्या विकराल हो चुकी है, दिन तो दिन रात में भी लोगो को पानी भरने के लिए संघर्ष करना पड़ता है। इसी पानी की समस्या की त्रासदी भोग रही है वह बुजुर्ग महिला, जिसे करेरा में जल परिवहन कर रहे एक निजी टैंकर चालक ने टक्कर मार दी। गंभीर रूप से घायल महिला को शिवपुरी जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया और रक्त भी चढ़ाया गया। 

करेरा वार्ड क्रमांक बारह की निवासी महेंद्र पांडेय पानी भरने के लिए जा रही थी, तभी तेज गति से चला आ रहा निजी टैंकर के चालक ने जोरदार टक्कर मार दी जिससे महिला गंभीर रूप से घायल हो गयी। टेंकर नगर पंचायत अध्यक्ष की बुआ के बेटे का बताया जा रहा है। महिला के उल्टे हाथ मे तीन फ्रैक्चर और सीधे पैर में एक फ्रेक्चर हुआ है, साथ ही उसके सर के बाल भी ट्रेक्टर में फंस जाने की वजह से उखड़ गए, जिसके कारण सर में भी गंभीर चोट आई। महिला महेंद्र पांडेय को तत्काल जिला चिकित्सालय में लाया गया जहाँ उन्हें तीन बोटल खून चढ़ाया गया। घर के सदस्यों के अतिरिक्त सचिन दांगी निवासी ग्वालियर ने भी तत्काल रक्त देकर महिला की जान बचाई। राजनीतिक दबाबों के बावजूद महिला की गंभीर स्थिति और स्थानीय लोगो के आक्रोश को देखते हुए पुलिस ने एफ आई आर दर्ज कर ली है, ये दबाब काम नही कर पाए। 

करेरा के चार वार्ड में पेयजल की दिक्कतें काफी ज्यादा है,जहाँ रात रात भर लोगो को पानी के लिए जागरण करना पड़ रहा है। इसे नगर परिषद की अकर्मण्यता ही कहा जाएगा कि इतनी विकराल समस्या के बाद भी बार्ड में पाइप लाइन नही डाली गई है। इस घटना के बाद से करेरा के लोगो में काफी अधिक आक्रोश है।
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