पी एच ई विभाग की मिलीभगत से दबंगों ने हैडपम्प ही बेच खाये- ग्राम गणेश खेड़ा में पानी की भारी किल्लत।



पिछोर तहसील अंतर्गत आने वाले ग्राम गणेश खेड़ा में पी एच ई विभाग के जिम्मेदारों से मिलीभगत कर दबंगों ने ग्राम में लगे दो दो हेडपम्पो को बेच दिया गया जिससे गर्मी के मौसम में ग्रामवासियों को भारी किल्लत परेशानियों का सामना करना पड़ा है। 

ग्रामवासीयो ने समय जगत को जानकारी देते हुए बताया कि धाय महादेव प्राचीन मंदिर के निकट स्थित ग्राम गणेशखेड़ा में दो दो हैडपम्प लगे हुए थे, लेकिन पंचायत के दबंगो ने पी एच ई विभाग के जिम्मेदारों से सांठ गांठ कर दोनो हैडपम्प ही बेच खाये। ग्रामवासियों ने हर जगह इसकी शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नही हुई और गर्मी के मौसम में ग्राम वासियों ने भारी कष्ट का सामना करते हुए दिन काटे। दुखद स्थिति यह है कि न तो पंचायत की और से किसी ने ध्यान दिया, न ही पी एच ई विभाग की और से की गई शिकायतों पर गौर किया गया। 

इसी तरह अनियमितताओं के आरोप में पंचायत सचिव भगवान सिंह लोधी को पद से मुक्त करने का आदेश हुआ था, लेकिन आज दिनांक तक भारी अनियमितताओं में लिप्त भ्रष्टाचार के संगीन आरोपो में घिरे पंचायत सचिव पर कोई कार्यवाही नही हुई।ग्राम वासियों का कहना है ग्राम गणेशखेड़ा पंचायत में भारी धांधली हुई है, जहाँ हैडपम्प तक बेच दिए गए और शासन की योजनाओं का पैसा खुलेआम डकार लिया गया। अंधेरगर्दी का आलम तो ये है कि शिकायतों की पुष्टि हो जाने और सचिव की बर्खास्तगी के आदेश निकल जाने के बाद भी, वही सचिव खुलेआम काम कर रहा है और शासन के आदेश की धज्जियां उड़ा रहा है। यह उच्च स्तरीय सेटिंग का स्पष्ट मामला है। खुलेआम धांधली के कारण ग्रामीणों का जीवन नारकीय बन चुका है। ग्रामीणों ने तत्काल सचिव व पी एच ई के अधिकारियों पर कार्यवाही की मांग की है।
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