अनुच्छेद 370 पर नरेंद्र मोदी सरकार का समर्थन करती राहुल गांधी की बेहद करीब कांग्रेस विधायक

कांग्रेस के दिग्गज नेता गुलाम नबी आजाद, मनीष तिवारी, शशि थरूर और पी चिंदबरम समेत कई दिग्गज नेता भले ही अपनी पार्टी लाइन के मुताबिक केंद्र सरकार के इस फैसले का विरोध कर रहे हैं, वहीं कुछ नेता ऐसे भी हैं जिन्हें लगता है कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार का यह फैसला देश हित में है. रायबरेली सदर से कांग्रेस विधायक अदिति सिंह ने अनुच्छेद 370 पर नरेंद्र मोदी सरकार का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि यह एक एतिहासिक फैसला है और इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे जम्मू कश्मीर के लोग मुख्यधारा से जुड़ जाएंगे। एक विधायक की हैसियत से मैं इस फैसले का स्वागत करती हूं।

सरकार को इस मुद्दे पर बीएसपी चीफ मायावती ने अपना समर्थन दिया है. इसके साथ ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इसका समर्थन किया. वहीं एआईएडीएमके, वायएसआर कांग्रेस, बीजू जनता दल, अकाली दल, लोक जनशक्ति पार्टी और दूसरी सहयोगी पार्टियां सरकार के साथ में खड़ी नजर आईं.

कांग्रेस के इन नेताओं ने भी कश्मीर को लेकर सरकार का समर्थन किया है-

दीपेंद्र हुड्डा
हुड्डा ने ट्वीट कर लिखा, ''मेरी व्यक्तिगत राय रही है कि 21वीं सदी में अनुच्छेद 370 का औचित्य नहीं है और इसको हटना चाहिए. ऐसा सिर्फ देश की अखंडता के लिए ही नहीं, बल्कि जम्मू-कश्मीर जो हमारे देश का अभिन्न अंग है, के हित में भी है. अब सरकार की यह जिम्मेदारी है कि इसका क्रियान्वयन शांति और विश्वास के वातावरण में हो."

मिलिंद देवड़ा
मिलिंद देवड़ा ने ट्वीट कर कहा, ''दुर्भाग्य से आर्टिकल 370 के मसले को लिबरल और कट्टर की बहस में उलझाया जा रहा है. पार्टियों को अपने वैचारिक मतभेदों को किनारे कर भारत की संप्रभुता, कश्मीर शांति, युवाओं को रोजगार और कश्मीरी पंडितों के लिए न्याय के लिहाज से सोचना चाहिए. उनके अलावा जनार्दन द्विवेदी ने कहा कि राम मनोहर लोहिया भी इसके समर्थन थे. द्विवेदी ने कहा, ‘मेरे राजनीतिक गुरु राम मनोहर लोहिया शुरू से ही अनुच्छेद 370 का विरोध करते थे. हम लोग छात्र आंदोलन में इसका विरोध किया करते थे. जहां तक मेरा व्यक्तिगत विचार है तो उसके हिसाब से यह एक राष्ट्रीय संतोष की बात है.''

जनार्दन द्विवेदी
पार्टी के कदम से अलग रुख अपनाते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता जनार्दन द्विवेदी ने अनुच्छेद-370 को खत्म किए जाने का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि इतिहास में की गई गलती को सुधारा गया है. केंद्र द्वारा लिए गए इस फैसले से देश को फील गुड होगा.

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