दो लोगों की हत्या के शेष 3 आरोपियों को गिरफ्तार

दिनाक 27.01.20 को घटनास्थल पर फरियादी द्वारा बताया कि वह बरबाजी बब्बा देव स्थान पर गया था तभी आरोपियों राजाभैया पुत्र नरायण सिंह परमार, अरविंद पुत्र ध्रुव सिंह चैहान, निरप्रेन्द्र पुत्र प्रहलाद सिंह चैहान, रिंकू पुत्र प्रहलाद चैहान, केपी पुत्र राजा भैया परमार, रवि पुत्र ध्रुव सिंह चैहान द्वारा बागड़ लगाने के विवाद पर से जान से मारने की नियत से रायफल और लाठी डण्डों से एकराय होकर हमला किया जिसमें गोविंद पुत्र घनश्याम बघेल उम्र 36 साल एवं जनवेद पुत्र जब्बूराम जाटव उम्र 33 साल निवासीगण मिहावरा की मृत्यु हो गई, उक्त सूचना पर से आरोपियों के विरूद्ध थाना सीहोर में अपराध क्रं. 18/20 धारा- 302, 147, 148, 149 भादवि.एवं 3(2)(व्हीए) एससी/एसटी एक्ट का प्रकरण पंजीबद्द कर विवेचना मे लिया गया। उक्त अपराध में विवेचना के दौरान तीन आरोपी अरविंद पुत्र ध्रुव सिंह चैहान, निरप्रेन्द्र पुत्र प्रहलाद सिंह चैहान और रवि पुत्र ध्रुव सिंह चैहान को गिरफ्तार किया जा चुका है। शेष आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे थे।

थाना प्रभारी सीहार उनि. राकेश कुमार दौराने कस्बा भ्रमण सूचना मिली कि उक्त घटना के फरार तीन आरोपी राजाभैया पुत्र नरायण सिंह परमार, रिंकू पुत्र प्रहलाद चैहान एवं केपी पुत्र राजाभैया परमार छितरी तिराहे के पास देखे गये हैं और कहीं जाने की फिराक में खड़े हैं सूचना पर से थाना प्रभारी सीहोर द्वारा एसडीओपी करैरा श्री आत्माराम शर्मा के मार्गदर्शन मंे पुलिस टीम के साथ मुखबिर सूचना की तस्तीक हेतु रवाना हुए, पुलिस टीमम द्वारा छितरी तिराहे पर तीन लोग मुखबिर के बताये हुलिए के खड़े दिखे जिन्हे घेराबंदी कर पूछताछ करने पर पता चला कि उक्त तीनों लोग थाना सदर के अपराध में फरार चल रहे हैं। आरोपियों से पूछताछ करने पर उन्होने अपने नाम राजाभैया पुत्र नरायण सिंह परमार, विजय प्रताप उर्फ रिंकू पुत्र प्रहलाद चैहान एवं कृष्ण प्रताप उर्फ केपी पुत्र राजाभैया परमार निवासीगण मिहावरा का होना बताया जिन्हे अपनी अभिरक्षा में लेकर करैरा पहुंचे जहाॅ एसडीओपी करैरा श्री आत्माराम शर्मा द्वारा गिरफ्तार किया गया। बाद तीनो आरोपियों को माननीय न्यायालय पेश किया , माननीय न्यायालय के आदेश पर उक्त तीनों आरोपियांे को जिला जेल शिवपुरी दाखिल किया गया।

उक्त कार्यवाही में एसडीओपी करैरा श्री आत्माराम शर्मा, थाना प्रभारी सीहार उनि. राकेश कुमार, आरक्षक अरूण कुमार, शिवराज सिंह एवं आरक्षक हेमन्त बाथम की सराहनीय भूमिका रही।

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