एकता, शांति, सद्भाव का प्रतीक है सिक्ख समाज: श्री अकालतख्त ज्ञानी हरप्रीत सिंह

शिवपुरी- सिक्खों की पहचान उसकी एकता, शांति, सद्भाव और प्रेम स्नेह का प्रतीक है इसे बचाए रखना हरेक सिक्ख का परम दायित्व है, इस धरती पर हरेक व्यक्ति को उसके धर्म के प्रति परिपक्व होना चाहिए और दूसरे धर्म में किसी प्रकार की दखलदांजी नहीं करनी चाहिए, सिक्खों के गुरूनानम देव ने आपसी भाईचारा, प्रेम और शांति का संदेश दिया है, जीवन में काम, क्रोध, लोभ, मोह, माया यह मानव की दुर्गति और समाज के नाश का कारण है इनसे बचें और गुरूनानक देव के बताए मार्ग पर चलें, सिक्ख ना तो अत्याचार करता है और ना ही अत्याचार सहता है और दूसरों पर होने वाले जुल्म को देखकर उसका प्रतिकार भी करता है वह सिक्ख ही है जो सदैव अपनी पहचान किसी को बताने के लिए नहीं बल्कि उसके अंगों के द्वारा ही वह पहचाना जाता है इन्हें अपनाऐं, संरक्षित करें और जीवन में स्वयं तो उतारें साथ ही अन्य समाज बन्धुओं को भी सिक्ख बताने के लिए नहीं बल्कि अपनाने के लिए कहें, क्योंकि सिक्ख कभी बताया नहीं जाता वह तो पहचाना जाता है। उक्त उद्गार प्रकट किए सिक्खों के प्रथम गुरू गुरूनानक देव के 550वें शताब्दी वर्ष समारोह के अवसर पर श्री गुरू अर्जुन देव दरबार बेंहटा गुरूद्वारा में आयोजित गुरूमत समागम कार्यक्रम में सिक्खों के प्रमुख संगठन श्री अकालतख्त ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने जो गुरूमत समागम कार्यक्रम में मौजूद हजारों की संख्या में सिक्ख समुदाय को शांति, प्रेम व सद्भाव का संदेश दे रहे थे। इस दौरान सिक्ख समाज की श्रद्धा का सैलाब श्री गुरू अर्जुनदेव गुरूद्वारा में उमड़ा जहां सभी ने ंसगत कार्यक्रम में भाग लिया। इस दौरान गुरूद्वारा बेंहटा प्रबंधक बाबा तेग सिंह सहित शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के पदाधिकारी तलजिन्दर सिंह पड्डा सेकेट्री, सुखदेव सिंह भूराकौना एडि.सेकेट्री, सरदार मनजीत सिंह भाटिया प्रधान सिंहसभा इंदौर, बाबा बलीसिंह ग्वालियर, सरदार जसवीर सिंह गांधी सेकेट्री सिंहसभा इंदौर, संत बाबा दर्शनसिंह टाहला साहिब वाले, दिलजीत सिंह भुल्लर इंदौर व बाबा अमरीक सिंह इंदौर आदि पदाधिकारी मौजूद रहे। इसके साथ ही श्रीअकाल तख्त प्रमुख ज्ञानी हरप्रीत सिंह के साथ-साथ शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी दे प्रधान गोविन्द सिंह लोंगोवाल, गुरूचरण सिंह गरेवाल सदस्य, मनजिन्दर सिंह सिरसा प्रधान दिल्ली गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी, त्रिलोचन सिंह वासू पूर्व राज्यमंत्री मप्र राज्य अल्पसंख्यक आयोग, संत बाबा घोला सिंह कारसेवा, संत बाबा गुरनाम सिंह यू.पी.वाले, एच.एस.आहूलवालिया मेम्बर ऑफ पार्लियमेन्ट का भी नगरागमन पर भव्य स्वागत कर सम्मान किया गया

प्रथम नगरागमन पर श्रीअकालख्त प्रमुख का हुआ भव्य स्वागत

शिवपुरी नगर में प्रथम बार सिक्खों का अग्रज और प्रमुख संगठन माने जाने वाले श्रीअकालतख्त प्रमुख ज्ञानी हरप्रीत सिंह सहित उनकी सिक्ख संगत का नगरा में भव्य स्वागत गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी शिवपुरी द्वारा किया गया। इसके बाद सैकड़ों वाहनों का काफिला इस विशाल जुलूस में शामिल हुआ। जहां नगर के एबी रोड़ पर अनेकों स्थानों पर श्री अकालतख्त साहिब का भव्य पुष्पवर्षा व अन्य आयोजनों के माध्यम से स्वागत किया गया। पड़ौरा पहुंचने के दो किमी पूर्व से जब काफिला पैदल मार्च के रूप में निकला तो हरेक सिक्ख समुदाय ने पलक-पांबड़े बिछाकर श्रीअकाल तख्त प्रमुख ज्ञानी हरप्रीत सिंह एवं दूर-दराज से आए सिक्ख समुदाय के पदाधिकारियों, शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के पदाधिकारी व सदस्यों का आतिशी स्वागत किया और तत्पश्चात श्री गुरू अर्जुनदेव बेंहटा गुरूद्वारा में आयेाजित गुरूमत समागम कार्यक्रम में सिक्खों का सैलाब उमड़ा। जहां सभी ने धर्म-ज्ञान लाभ अर्जित किया।

एक टिप्पणी भेजें

एक टिप्पणी भेजें