87 वर्षीय खालिदा बेगम ने हज के स्थान पर 5 लाख रुपए कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए दिए दान
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कोरोना वायरस को हराने के लिए अब हर तरफ से हाथ बढ़ने लगे हैं। सरकार और प्रशासन को सुविधाएं जुटाने में दिक्कत न आए, इसके लिए विभिन्न संगठनों, सरकारी कर्मचारियों और लोगों ने आर्थिक मदद देना शुरू कर दिया है। 87 वर्षीय बुजुर्ग खालिदा बेगम ने हज पर जाने के लिए रखे पांच लाख रुपये कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए दान देकर मानवता की एक अनूठी मिसाल कायम की है। आपको बता दें कि 87 वर्षीय खालिदा उपराज्यपाल जीसी मुर्मू के सलाहकार फारूक खान की मां हैं।
जम्मू शहर की निवासी खालिदा ने देश में कोरोना से उपजे हालात के चलते हज यात्रा का कार्यक्रम स्थगित कर इसके लिए जमा किये पांच लाख रुपये उन्होंने अखिल भारतीय सेवा भारती की जम्मू इकाई को दान कर दिए। पूर्व भारतीय पुलिस सेवा (आइपीएस) अधिकारी और सलाहकार फारूक खान की मां ने रविवार को जम्मू कश्मीर बैंक का पांच लाख रुपये का चेक सेवा भारती के पदाधिकारियों को सौंपा। खालिदा जम्मू कश्मीर की उन चुनिदा महिलाओं में हैं, जिन्होंने करीब 70 साल पहले कान्वेंट स्कूल से इंग्लिश मीडियम में पढ़ाई की थी।
खालिदा जम्मू कश्मीर जनसंघ के पूर्व अध्यक्ष कर्नल पीर मोहम्मद की बहु हैं। कर्नल पीर मोहम्मद को पंडित प्रेमनाथ डोगरा के निधन के बाद जनसंघ का अध्यक्ष बनाया गया था। फौजी परिवार से संबंध रखने वाली खालिदा के पिता कर्नल अब्दुल रहीम खान जम्मू कश्मीर में महाराजा की सेना में अधिकारी रहे हैं।
खालिदा का कहना है कि यह बहुत ही महत्वपूर्ण समय है। कोरोना वायरस के संक्रमण से जम्मू कश्मीर सहित पूरे देश में उपजे हालात में सहयोग देना सबकी जिम्मेदारी है। ऐसे माहौल में सेवा भारती प्रभावित लोगों की सेवा कर रही है इसी से प्रभावित होकर उन्होंने भी एक छोटा सा प्रयास किया है ताकि जरूरतमंदों की सेवा करने की मुहिम को तेजी मिल सके।
सेवा भारती के पदाधिकारियों का कहना है कि इस राशि से कई जरूरतमंद लोगों को राहत पहुंचाने में सहायता मिलेगी। इन कठिन हालात में यह सहयोग बहुत मायने रखता है। उन्होंने सेवा भारती को इस मुहिम को तेजी देने के लिए खालिदा बेगम का आभार जताया है।
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