शिवपुरी कलेक्ट्रेट में आयोजित शांति समिति की बैठक में भाजपा प्रदेश कार्य समिति के सदस्य एवं नगर पालिका परिषद शिवपुरी के पूर्व पार्षद धैर्यवर्धन ने एजेंडे पर चर्चा के पश्चात कलेक्टर से सिंध परियोजना के अन्तर्गत दिए जा रहे नल कनेक्शन के नाम पर नागरिकों के अपमान का आरोप लगाया । धैर्यवर्धन ने कहा कि प्रचारित किया जा रहा है कि शिवपुरी शहर के नागरिक नए नल कनेक्शन के लिए राशि जमा कराने तैयार नहीं है । जबकि सच्चाई यह है कि सिंध का पानी अब तक किसी भी मोहल्ले में ठीक से पहुंचा नहीं है । चूंकि नगरपालिका पर नागरिकों को भरोसा नहीं है इसलिए लोग रुचि नहीं ले रहे हैं । प्रशासन को चाहिए कि एक सप्ताह तक पहले किसी मोहल्ले या वार्ड में पानी पहुंचाकर सफल परीक्षण कर लोगों को भरोसे में लें, फिर कनेक्शन की बात करें । लोग हाथों हाथ राशि जमा कराने के लिए तत्पर हैं । इसी वार्तालाप के दौरान नगर पालिका के सीएमओ ने अपनी बातों से गुमराह करने का प्रयास किया और कलेक्टर को भी भरमाने का प्रयास किया जिस पर धैर्यवर्धन ने नाराज होकर नगर पालिका पर परियोजना को बेड़ा गरक करने का आरोप लगाया ।
उन्होंने कहा कि नगर पालिका के अधिकारी कलेक्टर को भी झूठी जानकारी देते रहते हैं । बैठक में मौजूद कलेक्टर ने कहा कि आप होली के त्यौहार के एजेंडे के बाहर इस तरह बात नहीं कर सकते और पुलिस अधीक्षक ने कहा कि आपको यहां इस तरह बात नहीं करना चाहिए तो धैर्यवर्धन ने कहा कि क्या आप मुझे धमका रहे हैं यह भी ना काबिले बर्दाश्त है। यदि लोगों की पीड़ा को प्रकट करना आपको बुरा लग रहा है तो में इसी वक्त शांति समिति की बैठक छोड़कर चला जाऊंगा | चूंकि जिले के बहुतेरे विभाग प्रमुख इस बैठक में मौजूद है इसलिए जनता की समस्या को विचारार्थ रखना पड़ा । बैठक में धैर्य वर्धन ने कलेक्टर से अनुरोध किया कि कोरौना वायरस की भयावहता के मद्देनजर जिला अस्पताल में एक आइसोलेटेड स्पेशल वार्ड की व्यवस्था भी अविलंब की जानी चाहिए ।
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