सामूहिक परिवारों की परिकल्पना एंव पारिवारिक संस्कार है कुटुम्ब प्रबोधन : हरज्ञान प्रजापति

शिवपुरी-आज के समय में परिवार बिखर गया है सभी अपने-अपने में व्यस्त है ऐसे में इन भिन्नताओं को मिटाकर उन्हें सामूहिक रूप से परिवार के साथ रहने की परिकल्पना और पारिवारिक संस्कार उनमें विद्यमान किए जाए इसे लेकर कुटुम्बन प्रबोधन कार्यक्रम का आयोजन जिले भर में समय-समय पर किया जाता है जिसमें परिवारों को जोडऩे और उन्हें पारिवारिक जिम्मेदारियों का आभास कराया जाता है ताकि व्यक्ति अपने परिवार के साथ मिलकर रहे। यह बात कही कुटुम्ब प्रबोधन के जिला प्रमुख हरज्ञान प्रजापति ने जो स्थानीय जिले के लुकवासा स्थित शिव वाटिका में आयोजित कुटुम्ब प्रबोधन कार्यक्रम के माध्यम से सामूहिक परिवार पर प्रकाश डाल रहे थे। इस दौरान प्रांतीय कुटुम्ब प्रबोधन प्रमुख दिनेश शर्मा भी गुना से पधारे जिन्होंने परिवारों की आवश्यकता पर बताया कि किस प्रकार से आज के समय में परिवारों में एकता सामूहिक परिवार की महत्वता एवं संस्कारों की पाठशाला का समावेश किया जाए इसे लेकर कुटुम्ब प्रबोधन परिवार जोडऩे के लिए यह आयोजन कर रही है ताकि परिवार सामूहिक रूप से मिलकर रहें और उन्हें सामाजिक संस्कारों का भी समावेश हो। कुटुम्ब प्रबोधन कार्यक्रम में लुकवासा सहित आसपास के 58 परिवारों से अधिक परिजनों ने इस आयोजन में भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन लखन सिंह रघुवंशी द्वारा जबकि आभार प्रदर्शन अरविन्द सिंह रघुवंशी द्वारा व्यक्त किया गया। कुटुम्ब प्रबोधन के इस आयोजन में जिन परिवारों ने सहभागिता की उनमें रघुवंशी समाज के अध्यक्ष अरविन्द सिंह रघुवंशी, मुकेश सिंह, अग्रवाल समाज अध्यक्ष गोविन्द गोयल, संतोष पाण्डे, अमित गर्ग, अंकुर गुप्ता, राघवेन्द्र सिंह कुशवाह, आशीष गर्ग व महिलाओं में विधायक कोलारस धर्मपत्नि श्रीमती विभा रघुवंशी, श्रीमती स्नेहलता सिंघल, श्रीमती प्रतिभा कुशवाह, श्रीमती आरती सिंघल सहित कुल 48 महिलाऐं, 138 पुरूष व 32 बच्चों ने सहभागिता निभाई।

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