पक्षपात व मनमानी के आरोपों में घिरी अतिक्रमण हटाओ मुहिम, जनता में नाराजगी बढ़ी


रंजीत गुप्ता \ शिवपुरी शहर में एंटी माफिया मुहिम में अतिक्रमण हटाने के नाम पर अफसरों पर पहले पांच से दस लाख रुपए मांगने के आरोप लग चुके हैं और अब पक्षपात के आरोप लग रहे हैं। इन दिनों एबी रोड पर गुना से ग्वालियर नाके तक बायपास रोड पर हटाए जा रहे अतिक्रमण में भेदभाव के आरोप अधिकारियों पर लग रहे हैं। गुना से ग्वालियर बायपास रोड पर कई गरीबों के अशियाने नियमविरूद्ध तरीके से तोड़ दिए गए हैं। इस अतिक्रमण हटाओ मुहिम में सबसे बड़ी बात यह है कि एबी रोड की इस बायपास पर सेंटर लाइन से दोनों ओर कितना फिट अतिक्रमण आ रहा है यह बताने कोई अफसर तैयार नहीं।

अतिक्रमण चिंहित करने का पैमाना क्या है-

इस मुहिम में अतिक्रमण चिंहित करने का पैमाना क्या है यह जनता अफसरों से पूछ रही है लेकिन इसका कोई जवाब नहीं है। केवल अफसरों की मनमानी है। इस मुहिम में किसी का अतिक्रमण 45 फिट के दायरे में आने पर भी तोड़ दिया जा रहा है तो किसी का 35 फिट में आने पर उसे तोड़ा नहीं जा रहा। परेशान लोग एसडीएम अतेंद्र गुर्जर, यातायात प्रभारी रणवीर सिंह, नपा सीएमओ केके पटेरिया से पूछ रहे हैं तो उन्हें संतोषप्रद जवाब नहीं दिया जा रहा है। इस मनमानी को लेकर लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। लोगों का कहना है कि पहले अतिक्रमण चिंहित किए जाएं, एक चूना लाइन डाली जाए इसके बाद अतिक्रमण हटाया जाए। लेकिन इसमें यहां पर अफसरों की मनमानी यह चल रही है कि उन्हें जो अच्छा लगा उसे छोड़ दिया और जिसका चाहा उसे तोड़ दिया। अतिक्रमण हटाने के नाम पर चल रही इस मनमानी को लेकर जनता ने सीएम कमलनाथ और अन्य नेताओं से इस भेदभावपूर्ण व मनमानी कार्रवाई को रोकने की मांग की है।

प्रभावी लोगों के छोड़ दिए अतिक्रमण-

कलेक्टर कोठी के पास पीएस होटल के नजदीक यहां पर रोड पर सेंटर लाइन से 35 फिट में आ रहे कई अतिक्रमण छोड़ दिए गए। इसके अलावा फतेहपुर के पास और सर्किट हाउस के आगे अंग्रेजी शराब की दुकान जो पक्का निर्माण है और यह रोड पर ही है इसे छोड़ दिया गया। वहीं मनियर रोड के पास कई गरीबों के अशियाने मनमानी कर तोड़ दिए गए। गुना से ग्वालियर बायपास तक ऐसे कई अतिक्रमण थे जो तोड़े जाने चाहिए थे लेकिन सेटिंग के कारण उन्हें छोड़ दिया गया। होटल पीएस के आगे रिंकू बंसल की बाउंड्री जो 45 फिट से बाहर थी फिर भी उसे मनमानी कर तोड़ दिया गया। उन्होंने बताया कि हमने तो पहले ही सेंटर लाइन से 45 फिट छोड़कर बाउंड्री बनाई थी लेकिन हमारी प्रशासन ने सुनवाई ही नहीं की।

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