क्या वास्तव में पड़ोसियों के व्यवहार से आहत होकर मकान बेचना चाहता है दीपक का परिवार ?



विगत दिनों शिवपुरी में कोरोना वायरस से संक्रमित होकर शिवपुरी का एक युवक दीपक शर्मा पुत्र जानकी प्रसाद शर्मा निवासी मुद्गल कॉलोनी का मामला सामने आया था | मामला सामने आने के बाद शिवपुरी में सनाका छा गया था | जिसके बाद दीपक को क्वाइनटाइन वार्ड में भारती कर उसका इलाज प्रारंभ किया गया था | अंत में जब दीपक की सभी रिपोर्ट नेगेटिव आयीं तो उसे उसके घर जाने की अनुमति दी गयी |

फिलहाल दीपक अपने घर में ही अपने परिजनों के साथ रह रहा है परन्तु अभी जो खबर सामने आई है कि दीपक एवं उसके परिजनों के साथ स्थानीय निवासियों के द्वारा सौतेला व्यवहार किया जा रहा है अतः वह अपना घर बेचना चाहता है | जब इस खबर की जानकारी ली गयी तो स्थानीय निवासियों ने इस बात को सिरे से नकारा कि दीपक या उसके परिजनों के साथ किसी भी तरह का सौतेला व्यवहार किया जा रहा है बल्कि कॉलोनी वासियों ने बताया कि दीपक एवं उसके परिजनों के द्वारा ही स्थानीय निवासियों के साथ अभद्र व्यवहार किया जा रहा है |

यह है पूरा मामला

एक समाचार पत्र के अनुसार दुबई से लौटे दीपक शर्मा को 21 मार्च को सैम्पल लेने के पश्चात अस्पताल में भर्ती कर लिया गया था परन्तु दीपक उसी शाम को अपने घर चला गया था | घर लौटने के बाद दीपक लापरवाही बरतते हुए आस पड़ोस के लोगों से मिलता जुलता रहा | जब इस बात की शिकायत स्थानीय नागरिकों के द्वारा प्रशासन से की गयी एवं इसी दौरान उसकी रिपोर्ट आने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम दीपक के घर पहुंची | इस दौरान दीपक ने अस्पताल जाने में भी आनाकानी की | हालाँकि इस समय दीपक की रिपोर्ट बोर्डर लाइन पर थी परन्तु प्रशासन इसे कोरोना वायरस का संक्रमित मानकर ही चल रहा था | इसके बाद सुरक्षा की दृष्टी से दीपक के परिजनों की भी जांच की गयी जिनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई |

स्थानीय नागरिकों के अनुसार जब दीपक के परिजनों की रिपोर्ट नेगेटिव आई तो उन्होंने अपने पड़ोसियों से इस बात को लेकर विवाद करना प्रारंभ कर दिया कि उन्हें एवं दीपक को बदनाम करने की साजिश पड़ोसियों द्वारा रची गयी है | इसके बाद जब दीपक की तीसरी रिपोर्ट नेगेटिव आई तो दीपक को अस्पताल से उसके घर भेज दिया गया | दीपक के घर आने के बाद से ही दीपक एवं उसके परिजन पड़ोसियों के साथ अभद्र व्यवहार करने लगे |

स्थानीय नागरिकों का कहना है कि दीपक एवं उसके परिजन पड़ोसियों से यह कहते कि सभी लोग हमसे बात-मुलाकात करने आयें | ऐसे में कॉलोनीवासियों के द्वारा उन्हें समझाईस दी गयी कि जब पूरा देश सतर्कता पूर्वक अपने अपने घरों में रहना ही उचित समझ रहा है और अपने परिजनों के अलावा किसी से भी मिलना जुलना तक उचित नहीं समझ रहा है ऐसे में उसके परिजनों से मिलना जुलना कहाँ की समझदारी है ? इसी बात से क्रोधित होकर दीपक एवं उसके परिजन कॉलोनी वासियों पर अपने साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाते है जबकि कॉलोनी वासी उन्हें घर पर ही रहने एवं उन्हें समस्त प्रकार से हर संभव मदद का आश्वासन दे रहे है परन्तु दीपक एवं उसके परिजन मानने को तैयार नहीं है |

कॉलोनी वासी दीपक एवं उसके परिजनों के द्वारा मकान बेचने की बात को नौटंकी करार देते हुए कहते है कि उन्होंने मात्र ख़बरों की खातिर एक दिन के लिए मकान बेचने का बैनर लगाया था जो कि वह अब हटा चुके है |

क्या कहते है शिवपुरी एस पी

जब इस मामले के बारे में कुछ पत्रकारों ने शिवपुरी एस पी राजेश चंदेल से बात की तो उन्होंने बताया कि दीपक शर्मा जो कि देश के बाहर से शिवपुरी आया था उसे उसके पड़ोसियों के द्वारा जांच कराने के लिए कहा था जिसके बाद दीपक कोरोना संक्रमित पाया गया था तो संभवतः इनका विवाद कुछ पुराना है और दीपक के घर पर सभी प्रकार की वस्तुओं की सप्लाई बिना किसी रोक टोक के हो रही है | यह अभी होम क्वाइनटाइन में है | बाकि हम जाँच करवा रहे है कि यदि कोई विशेष बात ऐसी है जो किसी अपराध की श्रेणी में आती है तो उसे भी हम दिखवाएंगे | चूँकि यह मरीज रहा है तो इसका विशेष ध्यान रखा जायेगा | अभी तक किसी प्रकार के झगडे की बात सामने नहीं आई है, हाँ दीपक के कोरोना संक्रमित होने से पूर्व घूमने को लेकर जरुर कुछ विवाद हुआ था | इन्होने जो भी बातें बताई है तो जिला प्रशासन के द्वारा खाने पीने की सभी आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई की जा रही है और यदि कहीं ऐसा लगेगा कि कोई वैधानिक कार्यवाही बनती है तो कार्यवाही भी की जायेगी | इस पूरे मामले की जाँच करवाई जा रही है | एसडीओपी भी वहां जाकर स्थिति देख रहे है |

अब बड़ा सवाल

अब सवाल यह भी उठता है कि यदि दीपक एवम उसके परिजनों पर जो आरोप स्थानीय नागरिकों के द्वारा लगाये जा रहे है यदि वह सही है तो क्या उनके द्वारा वर्तमान गंभीर परिस्थितियों में भी इस प्रकार की हरकत करना उचित है ? क्या ऐसा संभव नहीं है कि दीपक और उसके परिजनों की हरकतों से प्रेरणा लेकर कल कोई और समाज पर भेदभाव का आरोप लगा कर खड़ा हो जाए ? इस पूरे मामले को प्रशासन के द्वारा गंभीरता से लेते हुए इस पूरे मामले में जो भी कोई दोषी हो उसके विरुद्ध कार्यवाही करना चाहिए |
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