पुनः लॉक डाउन की अफवाह से बचें, झूठा है वायरल मेसेज


सोशल मीडिया में इन दिनों एक न्यूज़ चैनल की झूठी खबर का मेसेज वायरल किया जा रहा है | इस मैसेज के अनुसार 15 जून के बाद से फिर पूर्ण लॉकडाउन और गृह मंत्रालय ने दिए संकेत, ट्रेन और हवाई सफर पर लगेगा ब्रेक जैसी ख़बरों के स्क्रीन शॉट वायरल किये जा रहे है | इस बाबत न्यूज़ चैनल की मानें तो चैनल ने इस तरह की किसी खबर को न ही टीवी पर प्रसारित किया है और न ही ब्रेकिंग न्यूज चलाई है | चैनल का इस मामले पर कहना है कि फेक खबरों को शेयर कर चैनल की छवि को खराब करने का प्रयास किया जा रहा है | न्यूज चैनल ने बताया कि उनके नाम पर शेयर की जा रही तस्वीर पूरी तरह से फर्जी है और उसमें फोटोशॉप का इस्तेमाल किया गया है | इसके जरिए एडिटिंग कर जी न्यूज के खिलाफ फर्जी खबर को फैलाया जा रहा है |

विश्वास न्यूज़ द्वारा जब इस प्रकार की फर्जी खबर की जाँच की गयी तो पाया गया कि फेसबुक यूजर ग्यास अहमद के द्वारा इस मैसेज को वायरल किया गया है | फेसबुक यूजर ग्यास अहमद की सोशल स्‍कैनिंग से पता चला कि यूजर यूपी के रायबरेली का रहने वाला है। इसके अकाउंट पर वायरल कंटेंट की भरमार है।

जैसे ही यह वायरल मैसेज लोगों तक पहुंचना शुरू हुआ तो इस मैसेज की पड़ताल किये बिना लोगों ने इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करना प्रारंभ कर दिया जिससे अचानक से लोगों में हडकंप की स्थिति उत्पन्न हो गयी | इसी दौरान राजस्थान सरकार के द्वारा अपने राज्य की सीमाओं को सील करने के फैंसले को लोग इसी क्रम में जोड़कर देखने लगे | राजस्थान में तम्बाकू उत्पादों की कीमतों में बढ़ोतरी की अफवाह से मध्यप्रदेश में भी अफवाहों के चलते तम्बाकू उत्पादों की कालाबाजारी और मुनाफाखोरी प्रारंभ हो चुकी है | कोरोना के दौरान तम्बाकू उत्पादों पर मुनाफाखोरी छोटे छोटे व्यापारियों को काफी मुनाफा दिला चुकी है अतः अब ऐसे समय में अफवाहों का बाजार गर्म करके तम्बाकू उत्पादों को मनमानी ऊँची दरों पर बेच कर अधिक से अधिक मुनाफा कमाने की नीयत से यह छोटे छोटे तम्बाकू व्यापारी लोगों में दहशत का माहौल बना रहे है | हालाँकि थोक तम्बाकू उत्पाद विक्रेता सामान्य दरों पर उत्पादों को अभी भी बेच रहे है | 

प्रशासन को चाहिए कि तत्काल ऐसे लोगों पर दंडात्मक कार्यवाही की जाए जो कोरोना काल में भी अधिक मुनाफा कमाने की लालसा से लोगों के बीच अफवाहें फैला रहे है | इस समय अफवाह फैलाने वालों को देश के दुश्मन के रूप में ही देखना चाहिए क्योंकि ऐसी अफवाहों से देश की व्यवस्थाएं प्रभावित होती है और जो देश की व्यवस्थाओं को प्रभावित करे, देश में अराजकता का और देशवासियों में भय का माहौल निर्मित करे उसे देश का दुश्मन न कहा जाए तो क्या कहा जाए |

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