शिक्षा विभाग में पदस्थ क्लर्क वृंदावन शर्मा का सुसाइड नोट सार्वजनिक किया जाए – धैर्यवर्धन



शिक्षा विभाग शिवपुरी के जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में पदस्थ अकाउंटेंट वृंदावन शर्मा की लाश आज बांकड़े हनुमान मंदिर के समीप जंगल में एक पेड़ पर लटकी मिली। वृंदावन शर्मा में मृत्यु पूर्व एक 4 पृष्ठीय सुसाइड नोट भी छोड़ा है, इस संबंध में देहात थाना प्रभारी सुनील खेमरिया ने सुसाइड नोट मिलने की पुष्टि की है और बताया कि कई सरकारी अधिकारियों के नाम भी इसमें लिखे हैं, किंतु उन्होंने विस्तृत विवरण देने से फि लहाल इनकार कर दिया। इस पर भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं प्रदेश कार्य समिति सदस्य धैर्यवर्धन शर्मा नें पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा है कि सुसाइड नोट की फोटो कॉपी पुलिस द्वारा मीडिया को उपलब्ध न कराना गंभीर षड़यंत्र का सूचक है । भाजपा नेता धैर्यवर्धन का कहना है कि मृतक के द्वारा लिखा हुआ पत्र सार्वजनिक किया जाए ।

भाजपा नेता धैर्यवर्धन नें इस मामले पर कहा है कि शिक्षा विभाग में पदस्थ क्लर्क वृंदावन शर्मा नें दो दिन पूर्व लगातार दो तीन दिन आकर व्यक्तिगत मुलाकात में उन्हें अपनी पीड़ा से अवगत कराया था । धैर्यवर्धन नें उन्हें सब्र करने और न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया था पर उनका धैर्य ज़बाव् दे गया । धैर्यवर्धन शर्मा नें शिवपुरी के ज़िला शिक्षा अधिकारी को तानाशाह और महाभ्रष्ट बताते हुए कहा उनके द्वारा पूर्ण निलंबन कार्यवाही एवं साथी दो तीन लिपिको के षड्यंत्र से विभाग के बाबू ने आत्महत्या की है । धैर्यवर्धन नें जिला शिक्षा अधिकारी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि चाहे नए स्कूल की मान्यता का मामला हो या फिर अन्य प्रकरण बगैर मोटी रिश्वत् के ज़िला शिक्षा अधिकारी कोई काम नहीं करते है । ज़िला शिक्षा अधिकारी निलंबन मे पैसे लेकर बड़ी संख्या मे कर्मचारियों को बहाल् करके ज़िला मुख्यालय या शहर के पास ही योजनाबद्ध तरीके से पोस्टिंग का खेल खेल रहे थे। उन्होंने कहा है कि क्लर्क वृंदावन शर्मा की दो शादी लायक बेटियां भी है जिन्हे वह अनाथ छोड गए है |

धैर्यवर्धन ने इस मामले में जिला शिवपुरी कलेक्टर को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इस प्रकरण मे कलेक्टर ने भी बेहद असंवेदनशीलता का परिचय दिया है । हाई कोर्ट से नाराजगी होने पर राजस्व के एक बाबू को ससपेंड करके कुछ दिनों बाद बहाल कर दिया था जबकि बगैर दोष के मृतक को किसी और कारण को दर्शा कर निलंबित किया । इसी षड्यंत्र से दुःखी होकर उन्होंने यह प्राण घातक् कदम उठाया है ।

धैर्यवर्धन नें इस मामले में दोषी अधिकारीयों और कर्म्चारियों को सजा मिलने की बात कही है । उनका कहना है कि इस अन्याय की जानकारी स्थानीय विधायक, सांसद, अन्य वरिष्ठ नेतागण और सरकार को भी वे देंगे ताकि मृतक के परिजनों को न्याय मिल सके। उन्होंने दोषियों के विरुद्ध आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का प्रकरण दर्ज करने की भी मांग की है |

एक टिप्पणी भेजें

एक टिप्पणी भेजें