पिछोर खनियाधाना क्षेत्र में ब्लास्टिंग से संपदा उजाड़ रहे है खदान माफिया।

 




पिछोर:खोड़,पिछोर और खनियाधाना क्षेत्र के पिपरो खड़ोय,राजापुर,मायापुर,खडेला,बुढोंन राजापुर क्षेत्र में बेख़ौफ़ होकर खदान माफिया ब्लास्टिंग से प्राकृतिक अमूल्य संपदा को नुकसान पहुचा रहे है या यूं कहें प्राक्रतिक सुंदरता को नष्ट कर रहे है।प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नियमो की खुलेआम अवहेलना कर रहे है।वीरा सुनाज के जंगलों में जो धमाके की गूंज की चर्चा पूरे जिले में हो रही है,जिसने 15 से 20 किलोमीटर के दायरे में कम्पन्न भारी उतपन्न कर दिया,लोगो को किसी अनहोनी की आशंका से ग्रसित कर दिया,भयभीत कर दिया है,वह अधिंकाश लोग ब्लास्टिंग की ही आवाज मान रहे है,क्योंकि पूरे जंगलों में सर्चिंग के बाद किसी भी तरह का कोई सुराग नही मिलना इसी बात इसी तथ्य को प्रबल कर रहा है।

शिवपुरी जिले में खदान माफियाओं की मनमर्जी से कौन वाकिफ नही है,पिछोर खनियाधाना क्षेत्र इस तानाशाही, मनमर्जी का खुलेआम अवैध उत्खनन का सबसे बड़ा गढ़ रहा है।पूर्व मंत्री के समय से यहां बंदूकों के साये में खदान काटने का सिलसिला चलता आ रहा है,अंतर सिर्फ इतना आया है तब अधिकारी बेबस और लाचार थे,अब तो अधिकारियो की सरपरस्ती में ही अवेध उत्खनन चल रहा है।एक बार जो अधिकारी यहां आ जाये फिर जाना ही नही चाहता,चाहे राजस्व हो या वन या खनिज या पुलिस।सभी की मिली भगत से जंगल के जंगल उजड़ रहे है।मलाई खाने के नाम पर संपदा का दोहन हो रहा है।प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नियमो को ताक पर रखकर जबरदस्त तरीके से अवैध उत्खनन चल रहा है।कोई रोकने टोकने वाला नही है,नदी,और पहाड़ खोखले किये जा रहे है,प्रकृति के साथ गंभीर खिलवाड़ चल रहा है।और जिस धमाके ने पूरे जिले का ध्यान इस और आकृष्ट किया है,उसे गंभीरता से लेकर कार्यवाही नही की गई तो भविष्य में दुःखद,गंभीर परिणाम सामने आने वाले है।

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