विद्यार्थी परिषद से जुड़े रहे अविमुक्तेश्वरानंद जी होंगे नए शंकराचार्य।

 



दिल्ली:अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से सम्बद्ध रहे, संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय  के अध्यक्ष रहे पूज्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद जी को परमपूज्य द्वारका शारदा पीठ एवं ज्योतिष पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज के ब्रह्मलीन होने पर उत्तराम्नाय ज्योतिर्मठ(बद्रीनाथ) के पीठाधीश्वर शंकराचार्य  उत्तराधिकारी  घोषित किया गया है।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् व्यक्ति निर्माण की एक अनुपम जीवंत कार्यशाला है।यहाँ समाज के विविध क्षेत्रों के लिए नेतृत्व कर सकने योग्य युवा शक्ति को गढ़ने का कार्य होता है।  विद्यार्थी परिषद शैक्षिक, राजनीतिक, मीडिया, शोध, रक्षा, प्रशासन, वाणिज्य, प्रबंधन, समाज सेवा, विधि क्षेत्र सहित समाज के विविध क्षेत्रों में प्रतिभाओं को विकसित होने तथा समाज के लिए स्वयं को आत्मार्पित करने का मंच देता आया है। यह चक्र इसी प्रकार अहनिर्श चलायमान रहे🙏🏻

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