योग को प्रतिदिन दिनचर्या का हिस्सा बनाये:नेहा यादव



 


कोलारस- आजकल असंतुलित खान पान और अनियमित दिनचर्या के चलते लोग सुगर,ब्लड प्रेशर जैसी अनेकों गम्भीर बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। आजकल देखा जा रहा है बहुत कम उम्र के लोगों को कार्डियक अरेस्ट के चलते अपना जीवन खो रहे हैं। लेकिन हम सब शौभाग्यशाली हैं हमारे ऋषि मुनियों और हमारे वेदों ने हमे योग दिया है। जिसका सदुपयोग करके एवं अपने जीवन मे योग को रोज की दिन चर्या का हिस्सा बनाकर हम कई गंभीर बीमारियों से दूर रह सकते हैं। आज हर जगह योग का माहौल शुरू हो चुका है। छोटे से लेकर बड़े स्तर तक योग प्रतियोगिता आयोजित होने लगीं हैं। और हमारी नई पीढ़ी योग का महत्व भी समझने लगी है। हमारे योग का लोहा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी माना गया और 21 जून को पूरे विश्व में योगदिवस मनाया जाता है। लेकिन आप लोगों को योग को सिर्फ खेल गतिविधि तक सीमित नही रखना है अगर योग का असली लाभ लेना है तो हमे योग को अपनी दें चर्या का नियिमित हिस्सा बनाना पड़ेगा। उक्त उद्गार बैंहटा हाईस्कूल में कोलारस विकाश खण्ड स्तरीय योग प्रतियोगिता में मुख्य अतिथि की आसंदी से बोलते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती नेहा अमित यादव जी ने व्यक्त किये। इस अवशर पर जिला योग प्रभारी श्री जेपी शर्मा, कोलारस विकाशखण्ड योग प्रभारी श्री मति सुनीता भदौरिया, जनपद सदस्य श्री मति रजनी जाट, मध्यप्रदेश पत्रकार संघ के जिलाध्यक्ष श्री जयपाल जाट, विद्यालय के योग प्रभारी श्री आनंद यादव,प्राचार्य श्री ए जे खान साहब , देवेंद्र शर्मा,सरपंच प्रतिनिधि श्री फतेह सिंह जाट, टिंकू जाट,शांतनु जाट सहित विद्यालय का स्टाफ एवं छात्र छात्राएं मौजूद थे।

सर्वप्रथम जिला पंचायत अध्यक्ष एवं सभी अतिथियों ने मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर एवं माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके बाद स्कूली बच्चों ने योग की विभिन्न क्रियाएं करके दिखाई। साथ श्रीमती यादव ने संचालित कक्षाओं के भी निरीक्षण कर बच्चों से प्रश्न पूछे और उन्हें मोटिवेट करते हुए कहा कि हम जितनी अधिक मेहनत आज अपनी कक्षाओं की पढ़ाई में करेंगे आने वाले समय मे हमे प्रतियोगी परीक्षाओं में आसानी होगी।

इसके बाद विजेता छात्र छात्राओं को प्रमाणपत्र वितरित किये गए। एवं जिला स्तर पर चयनित विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दीं। कार्यक्रम का संचालन शिक्षक देवेंद्र शर्मा ने किया एवं आभार व्यक्त प्राचार्य श्री ए जे खान ने किया।

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