नपा की हालत दयनीय,कुरैशी की पांचों उंगली घी में सर कढ़ाई में।

 


शिवपुरी:नगर पालिका शिवपुरी की स्थिति पिछले सात वर्षों से कितनी दयनीय है किस से छुपी है।लोग मुन्ना को ग्रहण का कारण मानते है पर असली ग्रहण है नपा के वह अधिकारी और कर्मचारी जो वर्षो से यही जमे है और नपा को जमकर लूट रहे है।घूम फिरकर जिले के जिले में ही मलाईदार पदो पर चक्कर लगा कर वापिस यही आ जाते है,और स्थिति ये है कि नपा के अलावा इन्हें कुछ रास आता ही नही।राजनीतिक लोगो को नपा की दुर्दशा का कारण मानने वाले कभी इन कर्मचारियों पर निगाहे इनायत नही कर पाते,अगर इनका लेखा जोखा सामने आ जाये उसकी पड़ताल हो जाये तो समझ आ जायेगा कि नपा को किस तरह डसने का काम ये कर रहे है।

नवगठित पार्षद दल ने जब चीख पुकार मचानी शुरू की अंधेरे का साम्राज्य पूरे नगर में स्थापित है,कही भी लाइट नही है तब नपा की बेहद सक्रिय अध्यक्ष ने बिजली का सामान मंगवा लिया और इतिहास में पहली बार पार्षदों के सामने बिजली के सामान की गिनती भी हुई,ठेकेदार के हाल भी देखने योग्य बने जिसने अपने पूर्ववर्ती आका के समय पूर्व नपा अध्यक्ष के समय 80 की वस्तु 800 में बेच डाली उसके चेहरे के रंग भी उड़ गए समझ आ गया दीदी के राज में दाल पहले जैसी नही गलने वाली।लेकिन इसके अलावा जो एक और तथ्य सामने आया वह ये की एक तरफ तो नपा अधिकारियों ने साफ कहा कि बिजली का सामान नही है वही स्टोर में लाखों बल्कि गणना ठीक ढंग से हो तो करोड़ो का सामान बर्बाद हो चुका था,कबाड़ हो चुका था अब उस बाबू से जो कभी एकाउंटेंट तो कभी सी एम ओ तो कभी और भी बहुत कुछ बन जाता है से पूछा जाए नपा शिवपुरी में इतनी बर्बादी करके आखिरकार करना क्या चाहता है?और प्रश्न तो  उसके हिमायतियों से भी बनता है जो पैसे कमाने की अंधी दौड़ में सब कुछ भूल चुके है कि इस बेईमानी के पैसे से क्या सुकून पा पायेंगे?

जनता के खून को चूसने वाले ये जोंक समाज पर बदनुमा दाग है।

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