उपमहाप्रबंधक की मनमानी 181 में किया फर्जीबाड़ा,बिना समस्या निराकरण के शिकायत की बन्द।






शिवपुरी:विद्युत विभाग के प्रतिदिन के किस्सों से हठधर्मिता उजागर होती है,लगता है इस विभाग पर किसी का भी जोर नही है,विभाग के अधिकारी और कर्मचारी स्वच्छंद होकर मनमर्जी पर आमादा है। अभी हाल ही के काली पहाड़ी (नरवर) खैराघाट करेरा के एक प्रकरण ने विद्युत विभाग की मनमर्जी को उजागर किया है,जहाँ उप महाप्रबंधक अशोक कुमार गुप्ता के द्वारा बिना शिकायतकर्ता से संपर्क साधे बारे बारे ही शिकायत बन्द करा दी।


काली पहाड़ी स्थित गजेंद्र सिंह सोलंकी जो सामाजिक व्यक्ति है, हर सामाजिक कार्य मे बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते है, के पुश्तेनी मकान की वाउण्ड्री वाल के ऊपर  विद्युत विभाग ने ट्रांसफार्मर बिना अनुमति के लगा दिया, जब इसकी शिकायत सोलंकी ने 181 पर की तो बिना किसी संपर्क के विद्युत विभाग के उपमहाप्रबंधक अशोक कुमार गुप्ता ने शिकायत ही बंद कर दी। यानी 181 जैसी महत्वपूर्ण व्यवस्था जिसको मुख्यमंत्री ने न्याय प्रक्रिया का महत्वपूर्ण हिस्सा बताया और इसे और अधिक प्रबल बनाने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए है उसी को मजाक बना कर रख दिया है । वह भी सोलंकी जी जैसे जागरूक और जिम्मेदार नागरिक की शिकायत पर ये किया है,तो सोचिए भोले भाले अशिक्षित ग्रामीण तबके के व्यक्तियों के साथ ये क्या करते होंगे?

विद्युत विभाग की पोल खोलने अधिकारियों की मनमर्जी और शासन की व्यवस्थाओं के प्रति संजीदगी का पता चलता है,की कितनी गंभीरता से शासन की योजनाओं और व्यवस्थाओं को विद्युत विभाग लेता है?

अक्टूबर में हुई शिकायत जो गजेंद्र सिंह जी सोलंकी ने की उनसे बिना संपर्क साधे बातचीत किये बगैर बन्द कर दी गयी।और फर्जी तरीके से उपमहाप्रबंधक अशोक कुमार गुप्ता ने महाप्रबंधक  संदीप कालरा को झूठी जानकारी देते हुए बता दिया कि शिकायत कर्ता ने ट्राँसफार्मर रखने के बाद बाउण्ड्री वाल बनाई है जो कि पूर्णतः झूठी कहानी है। शिकायतकर्ता से संपर्क साध कर उन्हें 5 प्रतिशत राशि जमा कराने व अन्यत्र ट्रांसफार्मर शिफ्ट कराने की बात हो चुकी है अतः शिकायत बन्द की जाती है।

मजेदार बात ये की गजेंद्र जी से किसी भी तरह का संपर्क या बातचीत विद्युत विभाग के लोगो ने किया ही नही। उनके पैतृक मकान की बाउण्ड्री वाल पर ट्रांसफार्मर तो रख ही दिया साथ ही मकान के ऊपर से भी मोटी मोटी लाइन डाल दी गयी बिना अनुमति के,तो ये चोरी नही तो क्या है,और उस शिकायत पर बिना कार्यवाही किये झूठ बोलकर बन्द कर देना सीना चोरी नही तो क्या है?

विद्युत विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों में बिना किसी ख़ौफ़ के शासन की योजनाओं  में मनमर्जी का ये आलम लोगो के लिए कष्ट का सबब बन गया है।त्राहि त्राहि मची हुई है,लोग भारी परेशान है,बिजली देना नही लंबे लंबे फर्जी बिल पकड़ा देना,खुलेआम लूट मचाना और इस तरह से लोगो के घरों में दिनदहाड़े घुसकर ट्रांसफार्मर लगा देने जैसे प्रवत्तियों से जनता में भारी रोष है। विद्युत विभाग की इस तानाशाही और मनमर्जी से जनता त्रस्त है और मंत्री जी हैं कि उन्हें नालियों में उतरने के अतिरिक्त कोई काम ही नही।जनसेवक और लाडले मुख्यमंत्री की मेहनत पर इस तरह विद्युत विभाग पानी फेरने में लगा है,जनता के बीच गलत संदेश जा रहा है।

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