भाजपा नेता धैर्यवर्धन की राजनीति - आदर्श या "कहीं पर निगाहें, कहीं पर निशाना" ?



भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश कार्यसमिति सदस्य धैर्यवर्धन ने कल मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार के पूर्व मंत्री दाऊ हनुमंत सिंह के निवास पर पहुंचकर उनको श्रद्धा सुमन अर्पित किए। उन्होंने इस अवसर पर मौजूद लोगों के समक्ष दिए अपने लघु उद्वोधन में कहा कि दाऊ साहब दूर दृष्टा थे । दाऊ हनुमंत सिंह ने अपने सिंचाई मंत्री के कार्यकाल में सिंध मणिखेड़ा की अति महत्वाकांक्षी सिंचाई परियोजना को प्रस्तावित कर इस अंचल को अमूल्य योगदान दिया है। देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने विशेष प्रावधान से किसी और मद की राशि को रिलीज कर इस किसान हितैषी बांध निर्माण हेतु करोड़ों रुपए की राशि स्वीकृत की थी। क्षेत्र के विकास के लिए यह समन्वय की मिसाल थी। इस अवसर पर सार्वजनिक तौर पर दाऊ हनुमंत सिंह के पुत्र विजय सिंह चौहान ने अटल जी की इस सदाशयता और अनुग्रह का भावपूर्ण उल्लेख किया । भाजपा नेता धैर्यवर्धन ने सुझाव देते हुए कहा की वरिष्ठ राजनैतिक हस्तियों के स्मरण का आयोजन सर्वदलीय होना चाहिए ताकि लोग निसंकोच उनके सुक्रत्यों पर चर्चा कर नई पीढ़ी को उनके प्रति कृतज्ञता के भाव से जोड़ सकें ।

भाजपा के वरिष्ठ नेता धैर्यवर्धन ने कहा कि मेरा गांव सिरसौद और दाऊ साहब का गांव टोडा के खेत से खेत लगे हुए है । हमारे घर द्वार मात्र नदिया के पार है । छोरा महुअर किनारे वाला होने के कारण वे दाऊ साहब के समक्ष श्रद्धा सुमन करने से खुद को रोक नहीं पाए। हमारे पीढ़ियों से पारिवारिक संबंध है पर राजनैतिक लक्ष्मण रेखा एवम विपरीत राजनैतिक दल के परस्पर चुनावी नफा नुकसान का गणित, अनेकों बार लोकाचार और भावना अभिव्यक्ति पर रोक लग जाती है, जो उचित नहीं है। व्यक्ति राजनैतिक कार्यकर्ता के साथ साथ लोकजीवन में श्रेष्ठ मनुष्य बनने का भी निरंतर प्रयास करता है। इसलिए जिले की महान हस्तियों के प्रति गहरा श्रद्धा भाव उनके मन में है , वे शहर में जन्मे हो या सुदूर गांव की झोंपड़ी में । भले ही वे किसी भी धर्म, जाति, बिरादरी के हों।
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