2024 लोकसभा चुनाव - एक विश्लेषण - महाराष्ट्र में किस करवट बैठेगा ऊँट?



पिछले दिनों सकाल मीडिया ग्रुप ने महाराष्ट्र में जनभावनाओं को लेकर एक सर्वे किया है। इस सर्वे के मुताबिक महाविकास अघाड़ी में शामिल दलों को मिले जान रुझान को जोड़ा जाए तो उन्हें 47.7 फीसदी वोट मिल सकते हैं। इस सर्वे के मुताबिक महाविकास अघाड़ी में कांग्रेस को सबसे ज्यादा 19.9 फीसदी, एनसीपी को 15.3 फीसदी, उद्धव ठाकरे की शिवसेना को 12.5 फीसदी वोट मिलेंगे। यानी कुल 47.7 प्रतिशत लोगों ने महाविकास अघाड़ी को अपनी पसंद बनाया है।

इसके अलावा बहुजन वंचित अघाड़ी को 2.9 फीसदी, स्वाभिमानी शेतकरी पार्टी को 0.7 फीसदी, ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम को 0.6 फीसदी, केसीआर की भारत राष्ट्र समिति को 0.5 फीसदी और अन्य को 1.7 फीसदी वोट मिलने की संभावना है। 

लेकिन इस सर्वे के मुताबिक इसके बावजूद बीजेपी राज्य में नंबर वन पार्टी बन सकती है। बीजेपी को 33.8 फीसदी लोगों ने पसंद किया है जबकि एकनाथ शिंदे की शिवसेना को सबसे कम यानी 5.5 फीसदी लोगों ने पसंद किया है। इस सर्वे के मुताबिक राज्य में महाविकास अघाड़ी फिर आगे चल रही है। एमवीए में राजनीतिक दलों का प्रतिशत जोड़ दें तो कांग्रेस को 19.9 प्रतिशत, एनसीपी को 15.3 प्रतिशत और उद्धव ठाकरे गुट को 12.5 प्रतिशत  वहीं अगर बीजेपी और शिवसेना का प्रतिशत जोड़ा जाए तो यह 39.3 होता है।

उक्त सर्वे के आधार पर कांग्रेस के ईको सिस्टम ने माहौल बनाना शुरू कर दिया कि बस अब तो राहुल को प्रधानमंत्री बनने से कोई रोक ही नहीं सकता। लेकिन वे पिछले लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में जो कुछ हुआ उसे भूल जाते हैं। उत्तर प्रदेश में भी तीन दलों का गठबंधन मिलकर चुनाव लड़ा था। मायावती और अखिलेश यादव के साथ जयंत चौधरी भी थे।  तब भी इसी प्रकार के सर्वे हुए थे और कहा गया था कि भाजपा को महज 40 प्रतिशत और इस गठबंधन में शामिल दलों को लगभग 60 प्रतिशत वोट मिलेंगे। लेकिन हुआ क्या ?

उम्मीदवार तो साझा लड़े, भाजपा के खिलाफ तीनों दलों का एक संयुक्त प्रत्यासी ही चुनावी मैदान में उतरा। बड़े नेताओं ने सामूहिक जोर भी लगाया। लेकिन बसपा का वोट सपा या आर एल डी को नहीं गया और ना ही इन दलों के मतदाता ने बसपा को वोट किया। उसके बजाय उन्होंने भाजपा को वोट दिया। सर्वे गलत नहीं होते लेकिन वे चुनावी गणित को प्रदर्शित नहीं करते। 

महाराष्ट्र में भी क्या शिवसेना का हिंदुत्ववादी मतदाता किसी सेक्यूलर दल को वोट कर सकता है ? वे जहाँ शिवसेना प्रत्यासी मैदान में होगा वहां तो शिवसेना को वोट करेंगे, लेकिन जहाँ कांग्रेस या एन सी पी प्रत्यासी होगा, वहां भाजपा को चुनेंगे। यह सीधा सा गणित है। अतः कहा जा सकता है कि आगामी लोकसभा चुनाव में एक बार फिर महाराष्ट्र में मोदी सुनामी ही दिखाई देगी। 

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