कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने स्वीकारा - कांग्रेस के कुछ नेता हिंदू धर्म के खिलाफ



सोमवार (21 अगस्त) को विवादास्पद कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने भारत विरोधी और हिंदू विरोधी पृष्ठभूमि को लेकर अपनी ही पार्टी पर हमला बोला। इस मामले पर बोलते हुए उन्होंने कहा, 'कुछ लोग हैं, जो कांग्रेस पार्टी में घुसपैठ कर चुके हैं और हिंदू धर्म, हिंदू नाम, भगवा (भगवा) के खिलाफ हैं। वे 'भारत माता की जय' और 'वंदे मातरम' के नारे के भी विरोधी हैं।''

भारत के टुकड़े-टुकड़े करने की बात करने वाले आज कांग्रेस में ऊंचे पदों पर आसीन हैं। वे पार्टी को गांधी, नेहरू और इंदिरा के आदर्शों से दूर साम्यवाद के रास्ते पर ले जाना चाहते हैं।”

स्मरणीय है कि आचार्य प्रमोद कृष्णन वो नेता हैं, जो चाहते हैं कि प्रियंका गांधी वाड्रा प्रधानमंत्री बनें। उनके इस ताजा बयान ने कांग्रेस पार्टी में हलचल मचा दी है। ये वही प्रमोद कृष्णन हैं जिन्होंने जून 2017 में बोला था कि "जो लोग पैगंबर मोहम्मद के अनुयायी नहीं हैं वे हमारे साथ नहीं हो सकते (नहीं है जो मोहम्मद का हमारा हो नहीं सकता)"। आचार्य प्रमोद स्वयं को पैगंबर मोहम्मद के दामाद हजरत अली के कट्टर अनुयायी बताते रहे हैं।

उनके इस ताजा बयान से यह भी स्पष्ट है कि उन जैसे नेता केवल और केवल चुनाव और वोटों पर नजर रखते हैं। पहले भी उन्होंने धर्म के आधार पर वोट मांगकर चुनावों में ध्रुवीकरण करने की कोशिश की थी। 2019 के चुनावों से पहले, आचार्य प्रमोद कृष्णम ने हजरत अली पर गीत और प्रार्थनाएं करके लखनऊ के शिया समुदाय को खुश किया। स्वयं को आचार्य लिखकर हिन्दू संत दर्शाने वाले प्रमोद कृष्णन स्वार्थ के लिए "नहीं है जो मोहम्मद का हमारा हो नहीं सकता' गाने वाले अब कांग्रेस के ही अपने विरोधी खेमे के नेताओं को नीचा दिखाने के लिए ही बयानबाजी कर रहे हैं, यह आसानी से समझा जा सकता है। साथ ही कांग्रेस में व्याप्त गुटबाजी भी इससे झलकती है। 

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