शिवपुरी के जाने-माने व्यापारी मोहित गुप्ता, जो सदर बाजार में ‘श्री गणपत राम पसारी आयुर्वेदिक औषधालय’ नामक प्रतिष्ठान चलाते हैं, हाल ही में एक साइबर ठगी का शिकार होते-होते बचे। ठगों ने उनके मासूम 7 वर्षीय बेटे को एक गंभीर अपराध में फंसाने का प्रयास किया। हालांकि, उनकी सूझबूझ और सतर्कता के चलते वह ठगी से बच गए, लेकिन ठग अभी तक पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।
घटना का विवरण
मोहित गुप्ता को रविवार दिन में व्हाट्सएप पर एक अज्ञात नंबर से कॉल आई, जिसमें एक व्यक्ति ने बताया कि उनके बेटे को दिल्ली सदर पुलिस ने बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। कॉलर ने दावा किया कि उनके बेटे के साथ दो अन्य लोग भी गिरफ्तार किए गए हैं और मामला गंभीर है। इस संकट से बाहर निकालने के लिए उनसे 2 लाख रुपये की मांग की गई।
हालांकि, गुप्ता के बेटे की उम्र केवल 7 वर्ष है और वह इस प्रकार के आरोपों में शामिल होने का सवाल ही नहीं उठता। इस तरह का झूठा दावा सुनकर गुप्ता को शक हुआ। उन्होंने समझदारी से काम लेते हुए तुरंत दूसरी मोबाइल से इस पूरी बातचीत को रिकॉर्ड कर लिया और ठगों के इरादों को भांप लिया।
वीडियो के माध्यम से जागरूकता
मोहित गुप्ता ने जिस सतर्कता से इस ठगी का सामना किया, उसका वीडियो भी साझा किया जा रहा है। इस वीडियो में उन्होंने उस व्हाट्सएप कॉल की रिकॉर्डिंग दिखाई है, जिसमें ठग उनसे पैसों की मांग कर रहे थे। यह वीडियो अन्य लोगों को भी जागरूक करेगा कि वे किस प्रकार से ठगों से बच सकते हैं और ठगी का शिकार होने से कैसे बचाव कर सकते हैं।
साइबर अपराध की बढ़ती घटनाएँ
देशभर में साइबर ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ठग नए-नए तरीकों का उपयोग करके लोगों को जाल में फंसाने का प्रयास कर रहे हैं। यह घटना दर्शाती है कि ठग किसी को भी, किसी भी बहाने से निशाना बना सकते हैं, चाहे वह बच्चे के नाम पर हो या फिर किसी अन्य गंभीर मुद्दे का बहाना बना कर।
मोहित गुप्ता की तरह ही हर नागरिक को सतर्क रहना चाहिए और किसी भी अज्ञात कॉल या संदेश पर बिना जांच-पड़ताल किए विश्वास नहीं करना चाहिए।
सावधानियों के सुझाव
1. अज्ञात कॉल्स से सतर्क रहें: किसी भी अनजान नंबर से आने वाली कॉल्स पर सीधे विश्वास न करें। खासकर जब मामला आपके परिवार या पैसों से संबंधित हो।
2. पैसे भेजने से पहले जांच करें: यदि कोई कॉल या संदेश पैसे की मांग करता है, तो पहले उसकी सत्यता की जांच करें और पुलिस को सूचित करें।
3. साइबर अपराध को रिपोर्ट करें: यदि आपको किसी भी प्रकार का ठगी का प्रयास होता है, तो उसकी तुरंत सूचना साइबर क्राइम सेल को दें।
4. अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर सजग रहें: इस प्रकार के मामलों में सबसे पहले सही जानकारी प्राप्त करें और किसी भी प्रकार के भावनात्मक दबाव में न आएं।
मोहित गुप्ता की सूझबूझ और त्वरित प्रतिक्रिया ने उन्हें ठगी से बचा लिया, लेकिन ठग अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। यह घटना हमें यह सिखाती है कि सतर्कता और सजगता साइबर अपराधों से बचने का सबसे कारगर हथियार हैं।
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वीडियो: इस घटना का पूरा विवरण और ठगों के साथ हुई बातचीत का वीडियो देखने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें। यह वीडियो आपको साइबर ठगी से बचने के लिए जागरूक करेगा।
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