लेबल

शिवपुरी में 25 लाख की सुपारी: गणेश ने आशिफ–अरवाज से करवाया हमला

 

शिवपुरी। शहर में जमीनी विवाद ने रिश्तों को खून में बदल दिया। 17 जुलाई की रात कपिल जूस सेंटर के संचालक कपिल मिनोचा पर हुए जानलेवा हमले का खुलासा करते हुए देहात थाना पुलिस ने सनसनीखेज साजिश का पर्दाफाश किया है। मामले में पुलिस ने 72 घंटे के भीतर 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। चौंकाने वाली बात यह है कि इस हमले की साजिश कपिल के ही कजिन भाई गणेश मिनोचा ने 25 लाख की सुपारी देकर रची थी।

हमले की रात और योजना


17 जुलाई की रात लगभग 9:30 बजे जब कपिल मिनोचा अपनी जूस की दुकान बंद कर एक्टिवा से घर लौट रहे थे, तभी पतंजलि वाली गली के पास पहले से घात लगाए बैठे हमलावरों ने उन पर चाकुओं से हमला कर दिया। हालांकि कपिल ने स्कूटी की गति बढ़ाकर जान बचा ली, फिर भी उनकी पीठ और गर्दन पर गंभीर चोटें आईं। हमले के बाद हमलावर मौके से फरार हो गए।

रिश्तों में छिपी रंजिश: 25 लाख में तय हुई मौत


पुलिस पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि कपिल के कजिन भाई गणेश मिनोचा ने पुरानी प्रॉपर्टी और पारिवारिक विवाद को लेकर कपिल की हत्या की सुपारी दी थी। गणेश को शक था कि कपिल ने व्यापार के पैसे छुपाकर खुद की प्रॉपर्टी मथुरा, शिवपुरी और कोलारस में खरीदी है। साथ ही पारिवारिक कलह और गाली-गलौच की घटनाओं ने उसकी नफरत को और गहरा कर दिया।

सुपारी किलर से हुई मुलाकात


गणेश ने चाय की दुकान पर सिगरेट पीते समय आशिफ से संपर्क बनाया और उसे कपिल की हत्या का जिम्मा सौंपा। आशिफ ने अपने साथियों अरवाज, दानिश और छुन्ना के साथ मिलकर 25 लाख की सुपारी ली। एडवांस में 50 हजार रुपये दिए गए और घटना से पहले रैकी की गई।

घटना की पूरी पटकथा


घटना वाले दिन आशिफ और अरवाज ने पल्सर बाइक से पीछा करते हुए कपिल की लोकेशन अपने साथियों को दी। जैसे ही कपिल पतंजलि वाली गली में पहुंचा, पहले से मौजूद दानिश और छुन्ना ने चाकू से हमला कर दिया। लेकिन कपिल की सतर्कता के कारण उनकी जान बच गई।

सीसीटीवी और मुखबिर की मदद से गिरफ्तार


पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और मुखबिरों की सूचना से आरोपियों की पहचान की और सभी पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया। अरवाज और छुन्ना पहले से ही आपराधिक प्रवृत्ति के रहे हैं।

पुलिस टीम की अहम भूमिका


इस सफल कार्रवाई में निरीक्षक रत्नेश सिंह यादव, सउनि विनोद गुर्जर, प्रआर विनय सिंह, प्रधान आरक्षक दीपचन्द्र समेत साइबर सेल और CCTV प्रभारी की मुख्य भूमिका रही।
एक टिप्पणी भेजें

एक टिप्पणी भेजें