पश्चिम बंगाल में एक पवित्र मंदिर के पास गौमांस पकाते युवकों ने एक बुजुर्ग को उतारा मौत के घाट !

शांतिपुर, पश्चिम बंगाल में एक वैष्णव मंदिर के पास व्हिस्की पीने व गौमांस खाने से रोकना महँगा पड़ा एक हिन्दू व्यापारी को | नशे में धुत्त मुस्लिम नौजवानों ने क्रूरता पूर्वक ह्त्या कर दी ।
शांतिपुर | 26 दिसंबर 2015 :: नादिया, पश्चिम बंगाल में शांतिपुर बह क्षेत्र है, जहाँ बबला में भक्ति आंदोलन के प्रणेता श्री चैतन्य देव का प्रवास हुआ था तथा जो उनके दिव्य सहयोगियों में से एक श्री अद्येता की साधना स्थली के रूप में अत्याधिक पवित्र माना जाता है | लेकिन विगत 25 दिसंबर, को क्रिसमस के दिन बबला क्षेत्र में "श्री श्री अद्येता पथ आश्रम" पर जो कुछ घटा उसने न केवल यहाँ की आध्यात्मिक शान्ति को भंग कर दिया बरन जिहादी मानसिकता ने एक निर्दोष की जान भी लेली ।

शांतिपुर की काजीपारा-शैखपारा के निवासी कुछ असामाजिक तत्वों ने इस हिंदू मंदिर क्षेत्र के पास व्हिस्की पीते हुए उच्च स्वर में बेहूदा संगीत बजाना तथा गोमांस खाना पकाना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं तो वे मंदिर की ओर गोमांस व हड्डियों की जूठन भी फेंक रहे थे । देखते ही देखते पूरा पवित्र स्थल नारकीय क्षेत्र में बदल गया ।

इसे देखकर शांतिपुर के सुकान्तपल्ली में रहने वाले कुछ हिंदू लड़कों के समूह ने उन लोगों का विरोध किया। स्थानीय निवासियों के अनुसार नशे में धुत्त काजीपारा-शैखपारा के 15 मुस्लिम युवकों ने हिंदू लड़कों के साथ झगडा शुरू कर दिया। दुर्भाग्य से उसी दौरान एक 50 वर्षीय मछली व्यापारी और बुनकर गुरुपद बिस्वास अपना कामकाज निबटा कर उधर से गुजर रहा था | उस अभागे ने बीच बचाव की कोशिश की और मुस्लिम लड़कों से जानना चाहा कि वे हिन्दू मंदिर के पास मांस आदि क्यों पका रहे हैं । इस पर उत्तेजित मुस्लिम युवकों ने लाठियों से बिस्वास की पिटाई शुरू कर दी। बिस्वास जमीन पर गिर गया और बेहोश हो गया। इतने पर भी आतताई लड़कों को दया नहीं आई | वे विश्वास को घसीटकर पास के ही एक आम के बाग में ले गए ।

बिस्वास के पड़ोस में रहने वाले एक फल व्यापारी अमरेंद्र देबनाथ का कहना है कि हम सभी लोग मंदिर परिसर के पास तेज आवाज में बज रहे संगीत और लड़कों के कुकर्मों से परेशान हो रहे थे। ये युवक एक दूसरे को भद्दी भद्दी गालियाँ भी दे रहे थे और उनका उद्देश्य जानबूझकर मंदिर क्षेत्र की शांति को भंग करना ही था । "

बिस्वास के एक अन्य पड़ोसी, बिप्लव सरकार ने कहा कि 'युवाओं में से कुछ ने लाठियों और और खाना पकाने के करछुल से गुरुपद को पीटना शुरू कर दिया। जब हमने उसे बचाने की कोशिश की तो वे उसे आम के बगीचे में घसीट कर ले गए । "

बिस्वास के इन पड़ोसियों ने ही शांतिपुर पुलिस थाने को फोन किया और पाँच कांस्टेबलों की एक टीम वहां पहुँची । पुलिस को देखकर युवक भाग गए। दुर्भाग्य पूर्ण तथ्य यह है कि यह पूरी घटना पहले से ही वहाँ तैनात असहाय नागरिक पुलिस पार्टी के सामने घटी ।

सिर में आई गंभीर चोट को देखते हुए गुरुपद विश्वास को शांतिपुर के शासकीय अस्पताल में भर्ती कराया गया और बाद में कृष्णानगर में शक्तिनगर जिला अस्पताल में भेजा गया, जहाँ उन्हें मृत घोषित कर दिया गया ।

बिस्वास के परिजनों की शिकायत के आधार पर पुलिस ने दो मुस्लिम युवकों, अरमान शेख और राजा शेख को गिरफ्तार कर लिया। स्रोत के अनुसार, शांतिपुर पुलिस दो अन्य आरोपियों, अनवर शेख और चाँद शेख के साथ-साथ गुरुपद की ह्त्या के मुख्य संदिग्ध आरोपी अबू शेख को खोज रही है।

"दादरी लिंच" पर पूरे भारत को झकझोर देने वाले धर्मनिरपेक्ष बुद्धिजीवी और शिक्षाविद इस "बबला लिंच" पर क्या कहेंगे?

साभार आधार - http://hinduexistence.org/2015/12/27/hindu-trader-murdered-by-drunk-muslims-for-protesting-beef-whiskey-near-temple/
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