आयकर विभाग ने बेनामी ट्रांजैक्शन ऐक्ट के तहत राबड़ी देवी, मीसा भारती और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर केस दर्ज किया।


लालू यादव के परिवार की जब्त हुई संपत्ति की मार्केट वैल्यू 175 करोड़ है जबकि परचेज वैल्यू केवल 9 करोड़ दर्ज है।

आरजेडी प्रमुख लालू यादव और उनके परिवार पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने शिकंजा कस दिया है। सोमवार को उनके बेटे-बेटी सहित कई रिश्तेदारों की बेनामी संपत्तियों को पटना से दिल्ली तक अटैच किया गया। मंगलवार को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने इसकी एक सूची जारी की। टैक्स डिपार्टमेंट ने उनकी बेटी मीसा भारती, उनके पति शैलेश कुमार, डेप्युटी चीफ मिनिस्टर तेजस्वी यादव, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और बहनें रागिनी और चंदा यादव के अटैच किए गए 12 प्लॉट का ब्योरा पेश किया है।

बेनामी संपत्तियों में दिल्ली का एक फॉर्म हाउस और न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में बंगला भी शामिल है। अटैच की गई कुल संपत्ति का बाजार मूल्य 175 करोड़ रुपये है, जबकि बही-मूल्य 9.32 करोड़ रुपये है। वहीं बिहार के डेप्युटी चीफ मिनिस्टर तेजस्वी यादव ने इसे राजनीतिक प्रतिशोध बताते हुए कहा, 'हमने कुछ नहीं छुपाया है। हमें बुलाया जाएगा तो हम जवाब देने के लिए तैयार हैं।'

मजे की बात यह कि बिहार के डेप्युटी चीफ मिनिस्टर तेजस्वी यादव बोल रहे है कि उन्हे बुलाया जायेगा तो जवाब देने जरूर आयेंगे. लेकिन उनकी बहन मीसा जी को बार-बार बुलाया जा रहा है पर वो आईटी डिपार्टमेन्ट के सामने जवाब देने नहीं जा रही है.

संपत्तियों का ब्योरा

1.फॉर्म नंबर 26, पालम फॉर्म्स, बिजवासन, दिल्ली
बेनामीदार: मिशैल पैकर्स ऐंड प्रिंटर्स प्राइवेट लिमिटेड
लाभार्थी: मीसा भारती और शैलेश कुमार
बही-मूल्य: 1.4 करोड़ रुपये
बाजार मूल्य: 40 करोड़ रुपये

2. 1088, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी
बेनामीदार: एबी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड
लाभार्थी: तेजस्वी यादव, चंदा और रागिनी यादव
बही-मूल्य: 5 करोड़ रुपये
बाजार मूल्य: 40 करोड़ रुपये

3.जालापुर, थाना- दानापुर, पटना में 9 प्लॉट
बेनामीदार: डिलाइट मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड
लाभार्थी: राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव
बही-मूल्य: 1.9 करोड़ रुपये
बाजार मूल्य: 65 करोड़ रुपये

4. जालापुर, थाना- दानापुर, पटना में 3 प्लॉट
बेनामीदार: एके इन्फोसिस्टम
लाभार्थी: राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव
बही मूल्य: 1.6 करोड़ रुपये
बाजार मूल्य: 20 करोड़ रुपये

गौरतलब है कि बेनामी संपत्ति मामले में फंसी मीसा भारती समन जारी किए जाने के बावजूद दो बार आयकर विभाग के सामने हाजिर नहीं हुईं थीं। अब मीसा, तेजस्वी और शैलेश को यह साबित करना होगा कि उनकी अटैच की गईं संपत्तियां वैध तरीके से खरीदी गईं हैं।

आयकर विभाग ने मीसा को 6 जून और 12 जून को पेश होने का आदेश दिया था लेकिन मीसा दोनों ही बार पेश नहीं हुईं थीं। इसके बाद आईटी डिपार्टमेंट ने उन संपत्तियों को जब्त करने की कार्रवाई शुरू की, जिन पर मई में छापा मारा गया था।

13 जून को आईटी डिपार्टमेंट ने बेनामी संपत्ति और टैक्स चोरी के मामले में शैलेश कुमार को तलब किया था। पूछताछ के लिए पेश नहीं होने पर शैलेश पर 10 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया था। दिल्ली के दो बिजनसमैन के 8000 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी ने मीसा भारती के सीए राकेश अग्रवाल को गिरफ्तार किया था। इसके बाद ही मीसा भारती को समन भेजा गया था।

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