सिंध पेयजल योजना को लेकर शिवपुरी नगर पालिका परिषद में फिर हुआ जोरदार हंगामा। सभागृह में धरने पर बैठे पार्षद !



शिवपुरी नगर पालिका की बहु प्रतीक्षित परिषद बैठक एक बार फिर हंगामेदार रही, जिसमे पार्षदों ने अधिकारियों को जमकर खरी खोटी सुनाई। नौबत परिषद सभागार में धरने तक पहुँच गई, किसी तरह अधिकारियों ने पांच दिन में समस्याओं के समाधान का आश्वासन देकर नाराज पार्षदों को शांत किया। 

शिवपुरी नगर पालिका की परिषद बैठक को हंगामे के डर से लंबे समय से टाला जा रहा था, और जैसी कि आशंका थी वैसे ही हँगामें के साथ यह आयोजित भी हुई। पाइप लाइन के मुद्दे को लेकर भाजपा पार्षद हरिओम नरवरिया और सुरेन्द्र रजक ने उप यंत्री सचिन चौहान को आड़े हाथों लिया। दोनो पार्षदों का आरोप था कि नगर की केवल तीन टंकी अभी तक जैसे तैसे भरी जा रही है, ना तो शेष टंकियों को भरने की कोई योजना है, और ना ही घरों तक पाइप लाइन को बिछाने की कोई व्यवस्थित कार्ययोजना है । यही कारण है कि जो जैसा समझा देता है, वैसा ही काम होने लगता है। अभी तक तीन टंकियों से पानी प्रदाय के लिए लाइन बिछाने का काम प्रारम्भ होना शुरू हुआ है, जबकि अन्य स्थानों पर बिना टंकी भरे ही और पानी प्रदायगी की उचित व्यवस्था के वगैर ही नौटंकी चल रही है। जब कुछ घरों में पानी पहुचने लग जायेगा और बाकी नगर में लोग पानी के लिए तरसते रहेंगे तो क्या जनाक्रोश नही पनपेगा? अधिकारी तो जनता के बीच जाते नही है, जनता के आक्रोश को तो जनप्रतिनिधियों को ही झेलना पड़ेगा। 

पार्षदों ने कहा कि अगर धरना ही अपनी बात मनवाने का साधन है, तो लीजिये हम भी धरने पर बैठते है और तब तक धरने से नही उठेंगे जब तक हमारी मांगे नही मानी जाती। और इसके बाद हंगामे के बीच मे ही परिषद बैठक में भाजपा पार्षदों के द्वारा धरना आयोजित किया गया, जिसे पुरानी शिवपुरी के पार्षदों ने भी समर्थन देते हुए नगर पालिका के अधिकारियों को कठघरे में खड़ा कर दिया। इसके बाद मुख्य नगर पालिका अधिकारी, अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सचिन चौहान उप यंत्री के द्वारा आश्वासन दिया गया कि पांच दिन में पाइप लाइन डाल दी जाएगी। सभी पार्षदों के कहने पर इस आश्वासन को प्रोसिडिंग में भी लिखा गया। 

विष्णु मंदिर से साईं बाबा मंदिर तक जाने वाले मार्ग में होने वाली कीचड़ को ध्यान में रखते हुए उसे समतल करने, जल्द पाइप लाइन डाले जाने के बाद स्वीकृत रोड डाले जाने की बात भी हुई। 

इसी तरह लुधावली क्षेत्र के भाजपा पार्षद ने सडकों की बदहाल स्थिति को उठाते हुए कहा कि मुझे नही चाहिए पाइप लाइन, आप तो जल्द से जल्द रोड डालिये। एक अन्य मामले में नगर पालिका द्वारा सौरभ गौड़ की नियुक्ति को समाप्त किये जाने की अनुशंसा शासन को किया जाना तय किया गया। 

इस तरह परिषद की बैठक काफी हंगामेदार रही जिसमे सर्वाधिक निशाने पर पाइप लाइन का कार्य देख रहे सचिन चौहान रहे,जो सीधे पार्षदों के निशाने पर रहे। 

नगर पालिका के द्वारा पाइप लाइन डाले जाने में आ रही समस्याओं को समाप्त किये जाने की तत्परता दिखाए वगैर ही 2800 रुपये घरों में टोंटी लगाकर देने की राशि तय कर देने को भी आज परिषद बैठक में मजाक बताया गया।पार्षदों के द्वारा कहा गया कि पाइप लाइन डाल पा नही रहे टंकियां भर पा नही रहे और जनता से राशि वसूलने का पहले ही तय कर दिया है ये मजाक नही तो क्या है?नगर पालिका अध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह भी आज पार्षदों के कोप का शिकार होते दिखे।बाहर आकर कई पार्षदों ने स्वीकार किया कि इस बार की नगर पालिका सर्वाधिक निष्क्रिय रही है जिसकी वजह से जनप्रतिनिधि काम वाले भी जनता के आक्रोश का शिकार हो रहे है,इसमे दोष उनके ऊपर भी मढ़ा जा रहा है। 

इस तरह से एक बार फिर नगर पालिका की परिषद बैठक हंगामे की भेंट चढ़ गई।
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