क्या मन से भी हार चुके है सिंधिया?

कांग्रेस को जानने वाले भली भांति जानते हैं कि कांग्रेस एक परिवार की पार्टी है, और यहाँ परिवार के अतिरिक्त किसी व्यक्ति की कोई हैसियत नहीं | इसलिए ना तो कभी अखिल भारतीय अध्यक्ष बनने की संभावना थी और ना ही वे कभी प्रदेश अध्यक्ष बन सकेंगे | उनके चरण चुम्बन करने वाले थोड़े से मुट्ठी भर लोग, भले ही उन्हें उन्हें मध्य प्रदेश की राजनीति के साथ-साथ केंद्र की राजनीति में दखल रखने वाला महान नेता मानें, किन्तु सचाई यह है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया सांसद का चुनाव हारने के बाद इन दिनों मन से भी पराजित नजर आ रहे हैं।
एक टिप्पणी भेजें

एक टिप्पणी भेजें