छाती की बीमारी एवं खांसी का अचूक उपचार :- भाई राजीव जी दीक्षित

मित्रों खांसी और छाती की बीमारी यूँ तो आम बिमारियों में से एक मानी जाती है जो किसी को भी हो सकती है ! परन्तु यह बीमारी बढ़ते बढ़ते भयंकर रूप ले सकती है !

श्री राजीव भाई दीक्षित ने भारतीय चिकित्सा पद्धति के द्वारा कई बीमारियों का घरेलु और पूर्ण रूप से स्वदेशी इलाज बताया है ! आइये आज आपको राजीव जी के द्वारा बताया गया छाती और खांसी की बीमारी का अचूक इलाज बताते है !

  गले में किनती भी ख़राब से ख़राब बीमारी हो, कोई भी इन्फेक्शन हो, इसकी सबसे अच्छी दवा है हल्दी। 

जैसे गले में दर्द है, खरास है, गले में खासी है, गले में कफ जमा है, गले में टोनसीलाईटिस हो गया ! इन सब बीमारियों में आधा चम्मच कच्ची हल्दी का रस लेना और मुंह खोल कर गले में डाल देना और फिर थोड़ी देर चुप होके बैठ जाना तो ये हल्दी गले में निचे उतर जाएगी लार के साथ !

एक खुराक में ही सब बीमारी ठीक होगी दुबारा डालने की जरुरत नही ! ये छोटे बच्चो को तो जरुर करना ! बच्चो के टोन्सिल जब बहुत तकलीफ देते है न तो हम ऑपरेशन करवाके उनको कटवाते है ! वो करने की जरुरत नही है हल्दी से सब ठीक होता है !

गले और छाती से जुडी हुई कुछ बीमारिया है जैसे खासी ! इसका एक इलाज तो कच्ची हल्दी का रस है जो गले में डालने से तुरंत ठीक हो जाती है चाहे कितनी भी जोर की खासी हो !

दूसरी दवा है अदरक, ये जो अदरक है इसका छोटा सा टुकड़ा मुह में रख लो और टॉफ़ी की तरह चूसो खांसी तुरंत बंद हो जाएगी ! अगर किसी को खांसते खांसते  चेहरा लाल पड़ गया हो तो अदरक का रस ले लो और उसमे थोड़ा पान का रस मिला लो दोनों एक एक चम्मच और उसमे मिलाना थोड़ा सा गुड या शहद ! अब इसको थोडा गरम करके पी लेना तो जिसको खासते खासते चेहरा लाल पड़ा है उसकी खासी एक मिनट में बंद हो जाएगी !

और एक अच्छी दवा है , अनार का रस गरम करके पियो तो खासी तुरन्त ठीक होती है !

काली मिर्च (गोल मिर्च) इसको मुह में रख के चबा लो, पीछे से गरम पानी पी लो तो खासी बंद हो जाएगी, काली मिर्च को चुसो तो भी खासी बंद हो जाती है !

छाती की कुछ बीमारियाँ जैसे दमा, अस्थमा, ब्रोंकिओल अस्थमा, इन तीनो बीमारी का सबसे अच्छा दवा है गाय मूत्र ! आधा कप गोमूत्र पियो सबेरे का ताजा ताजा तो दमा ठीक होता है, अस्थमा ठीक होता है, ब्रोंकिओल अस्थमा ठीक होता है ! और गोमूत्र पीने से टीबी भी ठीक हो जाता है , लगातार पांच छः महीने पीना पड़ता है !

दमा अस्थमा का और एक अच्छी दवा है दालचीनी, इसका पाउडर रोज सुबह आधे चम्मच खाली पेट गुड या शहद मिलाके गरम पानी के साथ लेने से दमा अस्थमा ठीक कर देती है !

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