सूरमा राहुल जी की सियासी सूझबूझ -


पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी कांग्रेस से तालमेल करना चाहती थीं। उन्होंने पटना में नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण समारोह में इस बारे में राहुल से बात भी की थी। सोनिया गांधी भी इसके लिए तैयार थीं। लेकिन नेता हो तो ऐसा smile emoticon अपने पिट्ठू अधीर रंजन चौधरी का मन ना दुखे इसलिए राहुल जी ने लेफ्ट से तालमेल किया ! बलासे ममता प्रचंड बहुमत से जीत गईं तो जीत गईं ।

असम में तरूण गोगोई को बनाए रखने का फैसला राहुल जी का था। अब जिसे नहीं पचा, उसकी ऐसी की तैसी ! पार्टी के दिग्गज नेता हिमंता बिस्वा सरमा ने विरोध जताने की गुस्ताखी की, और हिम्मत तो देखो मिलने जा पहुंचे । अपने राहुल भैया सिर्फ तीन मिनट के लिए उनसे मिले और उतनी देर भी अपने कुत्ते से खेलते रहे थे। आहत सरमा ने पार्टी छोड़ दी और कांग्रेस को हराने के लिए जी-जान से मेहनत की। क्या फर्क पड़ता है ? 

साभार आधार - नया इंडिया 

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