डी पी सी शिरोमणि दुबे के खिलाफ शिक्षकों की बगावत – परदे के पीछे की कहानी !


यूं तो शिरोमणि दुबे जब से शिवपुरी पदस्थ हुए हैं, तब से ही अपनी तेजतर्रार कार्यशैली के चलते सुर्ख़ियों में रहे हैं, किन्तु आजकल तो वे चर्चाओं का केंद्रबिंदु ही बन गए हैं ! एक शिक्षक को निलंबित करने का मामला इतना तूल पकड़ सकता है, यह शायद उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा होगा ! 

इस पूरे प्रकरण में श्री दुबे का कथन है कि उन्होंने एक शिक्षक को निलंबित किया क्योंकि आपे से बाहर हुए उस शिक्षक ने उन्हें धोंस दी कि वे उसके इलाके में आ तो गए पर जाकर दिखाएँ ! इतनी गंभीर अनुशासन हीनता के बाद भी चुनिन्दा कर्मचारी संगठनों ने उनकी शिकायत प्रभारी मंत्री सुश्री कुसुम मेहंदेले के सामने पहुंचाई ! किन्तु जब स्वयं डीपीसी वहां पहुंचे तो अधिकाँश वहां से भाग खड़े हुए ! 

यह शिरोमणि जी की कार्यशैली का प्रमाण ही है कि शिक्षा विभाग में जारी अनियमितताओं पर शिकंजा कस उन्हें दूर करने का प्रयास किया गया था तथा शिक्षा विभाग में कसाबट लाने का प्रयत्न हुआ ! साथ ही उसका दूसरा पक्ष यह भी था कि नियमित रूप से अध्यापन का कार्य करने वाले ईमानदार शिक्षकों का एक बड़ा समूह भी उनके पक्ष में खड़ा हुआ ! यह धटना क्रम कर्मचारी संगठनों की पोल खोलने के लिए पर्याप्त है !

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