रीवा में बाड़ में फसे लोगों को वायुसेना के हेलीकॉप्टर की मदद से बचाया गया

सिरमौर कस्बे के सात व्यक्ति कल 6 जुलाई की शाम लकड़ी काटने जंगल गये थे। अचानक टमस नदी में जल स्तर बढ़ा और वह वहाँ फंस गये। इन सात लोगों ने कहुआ के पेंड़ में चढ़कर पूरी रात बिताई। आज 7 जुलाई को सबेरे इन गुम लोगों के विषय में घर बालों ने पुलिस को सूचना दी जिसकी तत्काल सूचना कलेक्टर को दी गयी।

कलेक्टर राहुल जैन सूचना पाकर पुलिस अधीक्षक के साथ स्वयं घटना स्थल पहुँच गये। सिरमौर स्थित टोंस हाइडल प्रोजेक्ट की लिफ्ट के ठीक नीचे इन फंसे हुए लोगों को पहले तो होमगार्ड व राहत दल द्वारा बचाने का प्रयास किया गया मगर वह असफल रहा। कलेक्टर राहुल जैन ने तत्परता बरतते हुए सेना के हेलीकाप्टर की मांग की जिसके फलस्वरूप दोपहर इलाहाबाद से एक चॉपर आया और बाढ़ में फंसे लोगों की रेकी करके चला गया। इसी बीच बाढ़ में फंसे सात व्यक्तियों में से भैरव, लाला, सजीवन व बब्बू ने नदी में छलांग लगा दी व किसी तरह किनारे बचकर आ गये। अभी भी तीन व्यक्ति पेंड़ में फंसे थे जिन्हें बरेली (उ.प्र.)से आये वायुसेना के राहत हेलीकॉप्टर एएलएचएम के थ्री द्वारा से लाइफ जैकेट का उपयोग करते हुए बचा लिया गया। बाढ़ से बचाये गये बब्बू, राजू व शशिराम (पप्पू) को हेलीकाप्टर से रीवा सैनिक स्कूल हैलीपैड लाया गया जहाँ कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक व अनुविभागीय अधिकारी हुजूर एल.एल.अहिरवार उपस्थित थे। हेलीकॉप्टर से उतरते ही इन तीन प्रभावितों ने रूंधे गले से कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक को धन्यवाद दिया जिनकी सजगता व तत्परता उनकी से जान बच सकी। रीवा में तीनों का स्वास्थ्य परीक्षण कर भोजन कराकर व नये कपड़े पहनाकर उनके घरों के लिये रवाना किया गया।

उल्लेखनीय है कि प्रशासन की सजगता से बाढ़ में फंसे लोगों की जान बच सकी और वे खुशी-खुशी अपने घर रवाना हुए। वायुसेना के राहत हेलीकॉप्टर में विंग कमांडर एन.के.बाला कैप्टन, फ्लाइट लेफ्टीनेंट श्री राजेन्द्र, जे.डब्ल्यू.ओ. ए.के.शुक्ला, एल.एसी धर्मेन्द्र व जे.सिंह ने बखूबी अपनी भूमिका का निर्वहन किया।

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