मध्यप्रदेश - बंद गौ-शालाएँ पुनर्जीवित होगी

प्रदेश में वर्ष 2002 में बंद की गई गौ-शालाओं को पुनर्जीवित किया जायेगा। पशुपालन मंत्री श्री अंतर सिंह आर्य ने यह बात आज यहाँ आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के चातुर्मास में आयोजित दयोदय महासंघ अधिवेशन-2016 के मुख्य अतिथि के रूप में कही। अधिवेशन में पूरे देश के 250 गौ-शाला अध्यक्ष भाग ले रहे हैं।

श्री आर्य ने आचार्य श्री का अशीर्वाद लिया। श्री आर्य ने कहाकि राज्य शासन गौ-रक्षा के लिए हरंसभव प्रयास करेगा। श्री आर्य ने कहा गौ-सेवा, गौ-रक्षा के प्रति मुख्यमंत्री अति संवेदनशील हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आचार्य विद्यासागर गौ-संवर्द्धन योजना शुरू की है जिसमें किसानों को पाँच या अधिक दुधारू पशु खरीदने पर 10 लाख रुपये का ऋण मिलता है। अजा-अजजा वर्ग को 33 फीसदी या 2 लाख का अनुदान, पिछड़ा वर्ग एवं सामान्य वर्ग के किसानों को 25 फीसदी या डेढ़ लाख रुपये तक अनुदान देने का प्रावधान है।

आचार्य श्री ने कहा कि गौ-संवर्द्धन के लिए सरकार कृत संकल्पित हैं। उन्होंने कहा 'य श्री स: गौ' जैसी सुन्दर पंक्ति नहीं मिलेगी। जो लक्ष्मी है वही गौ है। गाय घास खाती है परन्तु संसार को पुष्टिकारक दूध देती है - संकल्प ऐसा लीजिए जो केवल आज के लिए नहीं बल्कि आनेवाले हजारों वर्षों के लिए भी सार्थक हो।

अधिवेशन में बताया गया कि आचार्य विद्यासागर की प्रेरणा से वर्ष 1997 से प्रारंभ महासंघ की 70 गौ-शालाएँ हैं जिनमें 45 हजार गौवंशी पशुओं का संरक्षण किया जा रहा है। अधिवेशन में गौ-शाला के लिए भोपाल के जैन धर्मावलम्बियों ने 55 लाख की राशि दान दी।

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