केंद्र सरकार द्वारा गौ हत्या पर पाबन्दी लगाने एवं कठोर सजा देने के निर्देश पर मानो सेक्युलर जमात की नींद ही उड़ गई है। एक से बढ़कर एक कुत...

केंद्र सरकार द्वारा गौ हत्या पर पाबन्दी लगाने एवं कठोर सजा देने के निर्देश पर मानो सेक्युलर जमात की नींद ही उड़ गई है। एक से बढ़कर एक कुत...
हे मनुष्यों ! जो गौ आदि पशु हैं वे कभी भी हिंसा करने योग्य नहीं हैं - यजुर्वेद 1/1
जो लोग परमात्मा के सहचरी प्राणी मात्र को अपनी आत्मा का तुल्य जानते हैं अर्थात जैसे अपना हित चाहते हैं वैसे ही अन्यों में भी व्रतते हैं-यजुर्वेद 40/7
हे दांतों तुम चावल खाओ, जौ खाओ, उड़द खाओ और तिल खाओ। तुम्हारे लिए यही रमणीय भोज्य पदार्थों का भाग हैं । तुम किसी भी नर और मादा की कभी हिंसा मत करो।- अथर्ववेद 6/140/2
वह लोग जो नर और मादा, भ्रूण और अंड़ों के नाश से उपलब्ध हुए मांस को कच्चा या पकाकर खातें हैं, हमें उनका विरोध करना चाहिए- अथर्ववेद 8/6/23
निर्दोषों को मारना निश्चित ही महापाप है, हमारे गाय, घोड़े और पुरुषों को मत मार। -अथर्ववेद 10/1/29
COMMENTS