केरल के बामपंथी मुख्यमंत्री का झूठ पकड़ा गया |



पिछले दिनों केरल के कोच्ची शहर पुलिस ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एर्नाकुलम के सामने एक प्राथमिकी दर्ज की, जिसके अनुसार महाराजा कॉलेज के स्टाफ क्वार्टर से घातक शस्त्र जब्त किए गए ।
ख़ास बात यह है कि इसके पूर्व राज्य के मुख्य मंत्री विजयन ने शुक्रवार को विधानसभा में बताया था कि पुलिस द्वारा स्टाफ क्वार्टर से कुछ उपकरण जब्त किए गए, जिनका छात्रों द्वारा निर्माण गतिविधियों के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था । उन्होंने कहा था कि पुलिस को कॉलेज परिसर से कोई तलवारें या बम नहीं मिले हैं।
जबकि पुलिस द्वारा दायर एफआईआर में कहा गया है कि जब्त सामग्री में ढाई फीट-लंबी तेज तलवार और लोहे के बल्लम भाले शामिल थे। प्राथमिकी में यह भी कहा गया है कि जब्त की गई सामग्री घरेलू या कृषि उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल नहीं की जा सकती। शनिवार को जब्त की गई सामग्री मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष प्रस्तुत की गई, तदुपरांत शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया ।
सेंट्रल स्टेशन एसआई यूसुफ साजन की अगुआई वाली पुलिस टीम ने गुरुवार को महाप्रबंधक एन एल बेना द्वारा दायर की गई शिकायत के आधार पर हथियारों को जब्त किया था । एमसीआरवी हॉस्टल के 20 से ज्यादा कैडेटों को स्टाफ क्वार्टर के चार कमरों को अस्थायी आधार पर आवंटित किया गया था क्योंकि लोक निर्माण विभाग ने कॉलेज हॉस्टल को रहने के अयोग्य घोषित कर दिया था ।
इस बीच, यूडीएफ के नेताओं ने महाप्रबंधक के महाविद्यालय परिसर से हथियारों की जब्ती को नकारने के लिए मुख्यमंत्री की कड़ी आलोचना की। शुक्रवार को यहां एक बयान में एर्नाकुलम के विधायक एचबी एडन ने कहा कि सीपीएम ने महाराजा कॉलेज को पार्टी के गुंडों और अपराधियों के केंद्र में बदल दिया है। इसका पीछे मुख्य कारण यह है कि मुख्यमंत्री उन अपराधियों का बचाव करना चाहते हैं, जिन्होंने पिछले दिनों प्राचार्य की कुर्सी को जला दिया और स्टाफ क्वार्टरों में हथियारों को संग्रहीत किया।

छः छात्रों के कमरों से ये हथियार बरामद हुए हैं, इसके बाद भी अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है | यह भी अभी स्पष्ट नहीं है कि उन छात्रों को आरोपी भी बनाया जाएगा या नहीं | हालांकि शीर्ष पुलिस अधिकारी जांच के पीछे किसी भी राजनीतिक दबाव को खारिज कर रहे हैं । साथ साथ वे यह भी कह रहे हैं कि हो सकता है कि किसी ने खिड़कियों के माध्यम से कमरे के अंदर हथियार रख दिए हों । कमरे में रहने वाले छात्रों के नाम हैं सबरीश उन्नी, शमद, निसामुद्दीन, मोहन कुमार, वी जी विपिन और ए अर्शन ।

एक टिप्पणी भेजें

एक टिप्पणी भेजें