क्या देश एक बार फिर रक्तपात की दिशा में बढ़ रहा है ?



दो दिन पूर्व देश की गुप्तचर एजेंसियों ने एक सनसनीखेज खुलासा किया, जिसमें प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की ह्त्या किये जाने की योजना का जिक्र था | किसी रोड शो में उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की तरह आत्मघाती हमले में मार दिए जाने की कार्ययोजना बताई गई थी | जिस पत्र से यह खुलासा हुआ उसमें "मोदी-राज को समाप्त करने के लिए ठोस कदम भी प्रस्तावित किए गए थे"। 

इस खुलासे की गूँज समाप्त भी नहीं हुई थी कि तभी 9 जून, 2018 को अपरान्ह 2:29 पर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की कुख्यात नायिका शेला रशीद का ट्वीट सामने आया, जिसमें उन्होंने लिखा कि : "ऐसा लगता है कि आरएसएस / गडकरी मोदी की हत्या करने की योजना बना रहे हैं, और इसके बाद वे मुसलमानों / कम्युनिस्टों पर दोष मढ़कर मुस्लिमों का नरसंहार करना चाहते है # राजीव गंधी स्टाइल।" 

स्वाभाविक ही इस ट्वीट पर पूरे देश में तीखी प्रतिक्रिया हुई और इस विवादास्पद ट्वीट के बाद, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री, नितिन गडकरी ने तो कानूनी कार्रवाई की धमकी भी दे दी ।उन्होंने भी ट्विटर पर लिखा - 

"मैं उन समाज-विरोधी तत्वों पर कानूनी कार्रवाई कर रहा हूं जिन्होंने प्रधान मंत्री को हत्या के खतरे के बारे में निहित स्वार्थों के चलते ऊटपटांग टिप्पणियां की हैं । 

नितिन गडकरी के उक्त ट्वीट के बाद शेला रशीद ने अपने पूर्व के ट्वीट को महज व्यंग बताकर लीपा पोती का प्रयास किया । 

उधर दूसरी ओर 26/11 के मुंबई  आतंकी हमले के मास्टरमाइंड आतंकी हाफिज सईद के संगठन जमात-उद-दावा ने मुस्लिम युवकों को जिहाद छेड़ने के लिए उकसाया है। खुद को लश्कर-ए-तैयबा चीफ हाफिज सईद का संदशवाहक बताने वाले मौलाना बशीर अहमद खाकी ने पाक अधिकृत कश्मीर के रावलकोट में शुक्रवार (08 जून) को जुमे की नमाज के बाद  कहा,  रमजान का पवित्र महीना जिहाद और कत्ल के लिए माकूल होता है। इस दौरान जिहाद करते हुए जो लोग शहीद होंगे उनके लिए हमेशा जन्नत के दरवाजे खुले रहेंगे।
इसके बाद खाकी ने कहा, जमात-अद-दावा के लड़ाके अभी भी कश्मीर में जिहाद छेड़े हुए हैं और भारतीय सैनिकों से लड़ रहे हैं। वे लोग कश्मीर की आजादी और भारत की बर्बादी के लिए जिहाद छेड़े हुए हैं। खाकी ने मुस्लिम युवकों से जिहाद में शामिल होने और काफिरों के खिलाफ झंडा उठाने का आह्वान किया है। मौलाना बशीर अहमद खाकी ने  बताया और कहा,  इस्लाम का झंडा बहुत जल्द ही भारत और पाकिस्तान में लहराया जाएगा। मोदी मारा जाएगा। भारत और इजरायल के छोटे-छोटे टुकड़े किए जाएंगे ताकि वहां ज्यादा से ज्यादा शहीद निकल सकें !

इस ट्वीट युद्ध और समाचार के बाद अनेक सवाल लोगों के जेहन में उठने लगे हैं | क्या सचमुच कुर्सी की खातिर राजनेता इस हद तक जा सकते हैं ? 

शहला रसीद का ट्वीट एक प्रकार से माओवादियों का परोक्ष समर्थन है | जेएनयू का इतिहास भी इसी संदेह को पुष्ट करता है | इस षडयंत्र के पीछे केवल और केवल देश को अस्थिरता की आग में झोंकने का विदेशी षडयंत्र है | 

हत्या चाहे मोदी जी की हो या किसी प्रमुख विपक्षी नेता की, देश में हिंसा तो भड़क ही सकती है | देश में जयचंदों की कमी नहीं है. जो संभावित हिंसा की आग में पेट्रोल छिड़कने पर आमादा बैठे हैं | उनका मुख्य उद्देश्य देश को तोड़ना है – भारत तेरे टुकडे होंगे – इंशा अल्लाह इंसा अल्लाह – ये नारे पहले से ही फिजा में गुंजाकर उन्होंने अपनी कार्ययोजना जगजाहिर की हुई है | 

निशाने पर फ़िलहाल मोदी है, उन्हें रास्ते से हटाने के लिए उनकी ह्त्या भी करने की कोशिश हो सकती है, किन्तु साथ ही किसी प्रमुख विपक्षी नेता की ह्त्या करवाने का आरोप उनपर मढ़कर उन्हें सत्ताच्युत करने का षडयंत्र भी रचा जा सकता है | 

अतः 2019 तक का समय संक्रांतिकाल है | सरकार के साथ साथ देश की जनता को भी जागरुक रहना होगा |

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