चुनाव में जीत का हथकंडा - हिन्दू मुस्लिम में दरार बढ़ाते राजनेता !


वर्ष 2019 के इस लोकसभा चुनाव में जनता किसे चुनेगी यह तो आने वाला समय ही तय करेगा परन्तु सत्ता प्राप्ति के लिए राजनैतिक दलों के द्वारा जो हथकंडे अपनाये जा रहे है उन्हें देखकर हर कोई हतप्रभ है | कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के झूठ लगातार पकडे जा रहे हैं, यहाँ तक कि अब तो उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय को भी नहीं बख्सा | खैर उस मामले में तो उनसे सर्वोच्च न्यायालय जबाब तलब कर ही रही है, यहाँ हम उनके एक अन्य बयान का उल्लेख करते हैं जो वास्तविकता से कोसों दूर है | उनका कहना है कि भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ समाज को बाँट रहे हैं | लेकिन हकीकत तो कुछ और ही बयान कर रही है -

प. बंगाल में तृणमूल कांग्रेस बांग्लादेश के कलाकार फिरदौस को बुला कर प्रचार करवा रही है, आजम खान महिलाओं की अस्मिता को तार तार करने वाले बयान सार्वजानिक मंच से दे रहे है, महिलाओं के प्रति आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर जब चुनाव आयोग उनके विरुद्ध महज सांकेतिक कार्यवाही करता है तो उनका बेटा अब्दुल्लाह आजम उसे चुनाव आयोग का मुसलमानों पर जुल्म बताता है, पश्चिम उत्तर प्रदेश के देवबंद में मायावती एवं बिहार के कटिहार में पंजाब के कोंग्रेसी मंत्री एवं पाकिस्तान के वजीर ए आजम के परम मित्र नवजोत सिंह सिद्धू मुसलमानों से मोदी के विरुद्ध एकजुट होकर मतदान करने की अपील सार्वजानिक रूप से करते दिखाई दे रहे है | 

जबकि दूसरी और मोदी सरकार विगत पांच वर्षों में किये गए आर्थिक विकास एवं राष्ट्रहित में किये गए कार्यों के आधार पर जनता से मतदान करने की अपील कर रही है जिसे देखकर स्पष्ट नजर आ रहा है कि इस बार का चुनाव राष्ट्रवाद बनाम स्वहितवाद से ग्रसित लोगों के मध्य लड़ा जा रहा है, जिसमे राष्ट्रवाद की स्पष्ट विजय देखकर देश में महागठबंधन की आड़ में हिन्दू एवं मुसलमानों के मध्य दरार डालने का घिनौना कार्य किया जा रहा है |

जैसे जैसे मतदान की घड़ियाँ समीप आ रही है वैसे वैसे राजनैतिक दलों के बड़े नेताओं का छोटापन उनके बयानों के माध्यम से जनता के सामने आ रहा है | जाती एवं सम्प्रदाय विशेष के लोगों का मत प्राप्त करने हेतु उनके मन में भय का वातावरण निर्मित किया जा रहा है | पिछले दिनों नेताओं के द्वारा दिए गए ऐसे ही कुछ बयानों एवं कुछ घटनाओं पर विस्तार से नजर डालते है -

मायावती एवं सिद्धू की मुसलमानों से मोदी के विरुद्ध मतदान करने की अपील

पहले मायावती अब सिद्धू, दोनों ही मुस्लिम समुदाय से एकजुट होकर मोदी के विरुद्ध मतदान करने की अपील कर रहे हैं | गठबंधन के मंच से मायावती ने सहारनपुर के मुसलमानों को बार-बार सचेत करते हुए कहा कि किसी भी सूरत में अपने वोट को बंटने नहीं देना है | कांग्रेस इस लायक नहीं है कि वो बीजेपी को टक्कर दे सके, जबकि महागठबंधन के पास मजबूत आधार है | ऐसे में अपने वोटों का बिखराव नहीं होने देना है और एकजुट होकर गठबंधन के उम्मीदवार के पक्ष में वोट करना है | मायावती ने कहा कि ये बात कांग्रेस को भी पता है, लेकिन वह ये मानकर चल रही है कि कांग्रेस न जीते तो गठबंधन भी न जीते | ऐसे मंसूबों को कामयाब नहीं होने देना है | 

इसके बाद कांग्रेस के स्टार प्रचारक नवजोत सिंह सिद्धू का एक बयान सामने आया है, जिसमें वह मुस्लिम समुदाय से एकजुट होकर कांग्रेस पार्टी के लिए मतदान करने की अपील कर रहे हैं | सिद्धू ने ये बयान बिहार के कटिहार में दिया है | कटिहार लोकसभा की बलरामपुर विधानसभा में जनसभा को संबोधित करते हुए नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि आप की ऐसी लोकसभा है जहां अल्पसंख्यक भी बहुसंख्यक है, इसलिए आप अगर एकजुटता दिखाएंगे तो तारिक अनवर को कोई नहीं हरा सकता है | रैली में नवजोत सिंह सिद्धू बोले, ‘’यहां जातपात में बांटने की राजनीति हो रही है, मैं अपने मुस्लिम भाइयों को एक ही बात कहने आया हूं, आपका ऐसा क्षेत्र है जहां आप अल्पसंख्यक नहीं बल्कि बहुसंख्यक हो | इस क्षेत्र में आपका वर्चस्व 62 फीसदी का है और ये बीजेपी वाले षडयंत्रकारी लोग आपको बांटने का प्रयास करेंगे, आप इकठ्ठे रहें तो कांग्रेस को दुनिया की कोई ताकत हरा नहीं सकेगी |’’

पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की पार्टी के रोड शो में दिखे बांग्लादेशी कलाकार

देश भर में लोकसभा चुनाव के प्रचार में राष्ट्रीय और राज्य स्तर के राजनीतिक दल हर जोर आजमाइश कर रहे हैं | पश्चिम बंगाल में रविवार को तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने प्रचार के दौरान बांग्लादेशी कलाकार फिरदौस को रायगंज में प्रचार के लिए बुला लिया | उत्तर दीनाजपुर जिला स्थित रायगंज से कन्हैया लाल अग्रवाल, टीएमसी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं | रायगंज और हेमताबाद की रैली में फिरदौस के साथ-साथ टॉलीवुड एक्टर पायल सरकार और अंकुश भी शामिल हुए | 15 अप्रैल को वह करनदिघि और इस्लामपुर में प्रचार करेंगे | प्रचार के लिए बांग्लादेशी कलाकार के पश्चिम बंगाल पहुंचने पर स्वाभाविक ही भारतीय जनता पार्टी ने आपत्ति जताई है |  बीजेपी की राज्य इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा- 

भारतीय राजनीतिक दल कैसे एक विदेशी नागरिकता वाले शख्स (फिरदौस) को अपने राजनीतिक रोड शो के लिए बुला सकता है ? मैंने इससे पहले ऐसा कभी नहीं सुना था | ऐसा लगता है कि पार्टी को कोई भारतीय कलाकार नहीं मिला | हो सकता है कल बनर्जी, (ममता बनर्जी) पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को भी TMC का प्रचार करने के लिए बुला लेंगी | भारतीय लोकतंत्र के महापर्व में हम एक बांग्लादेशी फिल्म स्टार के शामिल होने की हम निंदा करते है | 'घोष ने कहा, 'प्रचार के लिए बांग्लादेशी कलाकार को बुला कर TMC उत्तरी दीनाजपुर में 50 फीसदी मुस्लिमों मतदाताओं को आकर्षित करना चाहती है | तृणमूल हमसे डरी हुई है, इसीलिये वह यहां विदेशी कलाकारों को बुला रही है |'

तृणमूल के प्रचार की वैधता पर सवाल उठा है — क्या एक विदेशी नागरिक किसी भी भारतीय चुनाव में किसी भी उम्मीदवार के लिए प्रचार कर सकता है? मुद्दा यह भी है कि क्या इस विदेशी ने वीजा शर्तों का उल्लंघन नहीं किया है? भाजपा के बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने ट्विटर पर कहा, “ऐसा लगता है कि ममता का बांग्लादेश के प्रति विशेष स्नेह है।” 

पर हैरत की बात है कि अभी तक चुनाव आयोग में इस घटना के ख़िलाफ़ कोई शिकायत दर्ज नहीं हुई | इस बार, बांग्लादेशी घुसपैठ बंगाल में एक प्रमुख चुनावी एजेंडा है। यहां तक ​​कि अमित शाह ने अपनी कई रैलियों में यह बात स्पष्ट कर दी है कि कैसे उनकी पार्टी पूरे भारत में नागरिकता के राष्ट्रीय पंजीकरण (एनआरसी) को लागू करेगी। NRC एक ऐसी प्रक्रिया है जो भारतीयों को घुसपैठियों से अलग करती है।सब की नज़रें चुनाव आयोग पर हैं क्योंकि आचार संहिता के उल्लंघन के लिए शिकायत करना ज़रूरी नहीं। आयोग उल्लंघन के मामलों का स्वतः संज्ञान ले सकता है।

आजम खान के बेटे का चुनाव आयोग पर आरोप "मुस्लमान होने के कारण चुनाव आयोग ने की अनैतिक कार्यवाही" 

चुनाव आयोग ने रामपुर से बीजेपी प्रत्याशी जयाप्रदा के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी कर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने पर सपा नेता आजम खान को 72 घंटे तक प्रचार करने पर रोक लगा दी है | चुनाव आयोग की इस सख्ती पर आजम खान के बेटे और स्वार से सपा विधायक अब्दुल्लाह आजम खान का बयान सामने आया है | उन्होंने कहा कि मुस्लिम होने की वजह से चुनाव आयोग ने सपा नेता और महागठबंधन प्रत्याशी आजम खान पर कार्रवाई की है | उन्होंने कहा कि हम चुनाव लड़ेंगे और दुगुनी मजबूती से लड़ेंगे और खुदा ने चाहा तो जीतेंगे भी और सरकार भी बदलेंगे | सपा नेता अब्दुल्लाह आजम ने कहा कि चुनाव आयोग ने ये कार्रवाई बीजेपी को खुश करने के लिए की है | उन्होंने ये भी कहा कि आजम खान ने जयाप्रदा पर बयान नहीं दिया था और चुनाव आयोग ने सफाई का मौका तक नहीं दिया | उन्होंने चुनाव आयोग को चेतावनी के लहजे में कहा कि चुनाव आयोग बैन लगाकर हमें खामोश नहीं कर सकता है | 
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