शिवपुरी जिले के ग्राम भावखेडी में दो बच्चों की जघन्य हत्या के बाद सांसद के पी यादव ने पहुंचकर पीड़ित परिवारों को दी सांत्वना |



शिवपुरी जिले के ग्राम भावखेडी में पिछले दिनों बाल्मीकि समाज के दो बच्चों की जघन्य हत्या के बाद लगातार राजनेताओं का पीड़ित परिवारों से मिलने का क्रम जारी है | अपने स्वर्गवासी पिताजी की त्रयोदशी के तुरंत बाद आज सांसद के पी सिंह यादव ने भी पीड़ित परिवारों से भेंट की | इस दौरान एक बार फिर सांसद महोदय की सजगता सामने आई | उन्होंने बच्चों की हत्या पर दुःख व्यक्त किया, परिजनों को आत्मीयता पूर्वक सांत्वना दी, किन्तु नजर गई तो उनके कच्चे मकान पर | सवाल किया तो ज्ञात हुआ कि न तो प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिला है और ना ही उज्वला योजना के अंतर्गत रसोई गैस प्राप्त हुई है | यह तो समाचार पत्रों में पहले ही प्रकाशित हो चुका है कि पीड़ित परिवार को शौचालय योजना का लाभ भी नहीं मिला था, जिसके कारण ही बच्चों को खुले में शौच जाना पड़ा और दो दरिंदों ने गंदगी फैलाने के नाम पर उनकी नृशंस हत्या कर दी | 

मीडया से बात करते हुए सांसद के पी सिंह ने कहा कि हर व्यक्ति को सरकारी योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए | मैं खुद एक ग्रामीण क्षेत्र से आता हूँ, इसलिए इनके घर पर नजर जाते ही मेरे दिमाग में पहली बात यही आई कि इन लोगों को प्रधानमंत्री आवास क्यों नहीं मिला ? चुनाव जीतने के बाद संसदीय क्षेत्र के तीनों जिलों में बैठक के बाद मैंने अधिकारियों से हितग्राहियों और पात्रों की सूची मांगी है | जिन लोगों को योजनाओं का लाभ नहीं मिला है, उन्हें जल्द से जल्द वह उपलब्ध कराने का प्रयास हो | मोदी जी का सपना भी है कि हरेक भारत वासी के पास खुद का मकान हो | मैं आज ही कलेक्टर से बात करूंगा कि इन लोगों को सभी शासकीय योजनाओं का लाभ मिले | 

प्रदेश की क़ानून व्यवस्था की स्थिति पर टिप्पणी करते हुए सांसद जी ने कहा कि पूरे प्रदेश में बुरा हाल है, लगता ही नहीं है कि क़ानून का राज्य है | इस घटना की तो जितनी निंदा की जाए, वह कम है | इसके अलावा भी पूरे मध्यप्रदेश में हर जगह क़ानून का मजाक बनाया जा रहा है , हर दिन जघन्य अपराध हो रहे हैं, ना कोई व्यवस्था है, ना कोई प्रशासन | बाढ़ग्रस्त किसानों को मुआवजा नहीं मिल रहा, जो जनकल्याणकारी योजनायें चल रही थीं, उनको बंद कर दिया गया है | कन्यादान का पैसा नहीं मिल रहा, निर्माणाधीन कुटीरों की राशि रोक दी गई है, नई कुटीर स्वीकृत नहीं हो रहीं, हर तरफ हाहाकार मचा हुआ है | 

किसान कर्ज माफी के सवाल पर के पी यादव बोले कि किसानों से झूठे वादे करके इन्होने सारे किसानों को डिफाल्टर बना दिया | कर्जमाफी का झुनझुना न पकडाया होता तो किसान अपने कर्ज की प्रीमियम राशि भरकर अपने ऋण का नवीनीकरण करा लेता था, उसकी बीमा प्रीमियम राशि कट जाती थी, तो बाढ़ या सूखे की स्थिति में उसे मुआवजा तो मिल जाता था | अब किसान दोहरी परेशानी में है | न तो कर्ज माफ़ हुआ, न बाढ़ से बर्बाद फसल का बीमा कपनियां कोई मुआवजा देने वाली हैं | झूठे लालच दिखाकर सरकार बना ली, राहुल जी कहकर गए थे कि दस दिन में कर्ज माफ़ नहीं हुआ तो मैं मुख्यमंत्री बदल दूंगा, कितने बदले गए ? कर्ज माफ़ तो हुआ नहीं, उलटे किसान डिफाल्टर हो गया | जिसके कारण उसे बीमा राशि भी नहीं मिल रही | उलटे बैंक से नोटिस और मिल रहे हैं | किसान का तो मरना ही मरना है |
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