गोविन्दनगर के वार्डवासियों की ना तो नगर पालिका सुन रही और ना ही जिला प्रशासक

शिवपुरी-यूं तो आमजन की सेवा के लिए नगर पालिका मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति का एक माध्यम है लेकिन जब नगर पालिका अपना ही दायित्व ठीक ढंग से पूर्ण नहीं कर पा रही हो तो स्वाभाविक जनता में आक्रोश पनपेगा और लोग अपनी समस्याओं के लिए नगर पालिका कार्यालय पहुंचकर परेशानी का समाधान चाहेंगें बाबजूद इसके नगर पालिका के कानों पर तो जैसें जूं तक नहीं रेंग रहीं। यह हम नहीं बल्कि शहर के गोविन्दनगर के वार्डवासी कह रहे है जो विगत लंबे समय से पेयजल समस्या से जूझ रहे है और यहां पेयजल समस्या का अब तक नगर पालिका द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया गया जिसका परिणाम है कि आज भी यह वार्डवासी पानी की बाट जोह रहे है जब नहीं कुछ प्रबंध होता तो प्रायवेट टैंकरों के माध्यम से अपनी दैनिक आपूर्ति कर रहे है। यहां के वार्डवासियेंा का कहना है कि नगरपालिका में कोई नही है जो जनता की गुहार सुनेए यहां ना तो प्रशासकए ना ही नगरपालिका अधिकारी है जो कि होने के बाबजूद भी ना के बराबर ही कहें जहाऐंगेंए क्योंकि जनता की समस्या बताए हुए बीते दो हफ्ते गुजर जाने के बाद भी गोबिन्द नगर बासियों को पीने का पानी आज तक नहीं मिल पा रहा हैए इस संबंध में इस समया को लेकर वार्डवासियों द्वारा नगरपालिका को पंचनामा और नगरपालिका अधिकारी को भी कई बार अबगत करा चुके हैं फिर भी यहां समस्या का समाधाना ना होकर पेयजल नही मिल पा रहा हैए पानी का मात्र एक स्रोत यहां स्थित वर्षों पुराना कुआँ हैं जो लगो की प्यास बझाता है लेकिन भीषड गर्मी के कारण पानी कम हो जाता है बाबजूद इसके बिगत बर्षो में नगरपालिका परिषद द्वारा गर्मी के दिनों में बड़े टेंकरो से जो कि करबलाएभदैयाकुंड हाई टेंट से पानी भरकर लाते है और इस कुँए को भरते है और कुँए से लोगो को पीने के लिये पानी मिलता है लेकिन इस वर्ष ऐसी कोई व्यवस्था यहां होती हुई नजर नहीं आ रही। जिससे वार्डवासियों में पेयजल समस्या के प्रति रोष व्याप्त है और वह इसके लिए नपा प्रशासन को जिम्मेदार ठहरा रहे है

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