मेनका गांधी ने क्या गलत कहा ?


27 मई को पलक्कड़ में हुई गर्भवती हथनी की मौत मामले में केरल के वन विभाग ने ५ जून को एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। इसके पूर्व फल में विस्फोटक रखकर उक्त हथनी को खिलाने के मामले में पलक्कड़ में मन्नारक्कड़ पुलिस ने 3 जून को अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी, जिसे खाते समय हुए विस्फोट में हथिनी का जबड़ा इतना गंभीर घायल हो गया था कि वह खाने पीने में भी असमर्थ हो गई थी । इस तरह के विस्फोटकों से भरे फल, आमतौर पर फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले जंगली सूअरों को मारने के लिए उपयोग किए जाते हैं, हालांकि वह भी अवैध है। 


पलक्कड़ के पुलिस अधीक्षक जी शिवा विक्रम ने पत्रकारों को जो जानकारी दी है, उसके अनुसार गिरफ्तार व्यक्ति का नाम पी विल्सन है, जो जिले के एक बागान का कर्मचारी है । एसपी के अनुसार बागान के मालिक करीम और रियाज की तलाश की जा रही है, जो अभी फरार हैं।

मामले में दो प्राथमिकी दर्ज की गई हैं, एक वन विभाग द्वारा और दूसरी पुलिस द्वारा। पुलिस एफआईआर धारा 9 बी (1) (बी) के तहत दर्ज की गई है, जिसमें विस्फोटक अधिनियम, 1884 के अंतर्गत किसी भी प्रकार के विस्फोटक का रखना, उपयोग करना, बेचना या परिवहन करना दंडनीय अपराध है । इसके अतिरिक्त धारा 11 (1) के तहत भी प्रकरण दर्ज किया गया है, जो पशु क्रूरता निवारण अधिनियम, 1960 के अंतर्गत है, जिसमें किसी भी पशु को अनावश्यक कष्ट देना या किसी भी प्रकार की पीड़ा पहुँचाना दंडनीय है ।

एफआईआर मन्नारक्कड फ़ॉरेस्ट रेंज के एक अधिकारी की शिकायत के आधार पर दर्ज की गई है | शिकायत में कहा गया है कि एक हाथी की कमजोरी के कारण मौत हो गई, क्योंकि किसी ने गैरकानूनी तरीके से खाद्य पदार्थ में विस्फोटक का इस्तेमाल किया था, जिसके चलते उसे चोट पहुंची । "

अधिकारियों के अनुसार यह घटना 13 मई से 20 मई के बीच हुई थी। हाथी बड़े पैमाने पर मलप्पुरम जिले में पाये जाते हैं, लेकिन उक्त हथिनी पलक्कड़ में कोट्टोपादम पंचायत में पाई गई । वह वेल्लियार नदी में खड़ी थी, जहाँ गाँव बालों ने उसे देखा । यह नदी पलक्कड़ से निकल कर मलप्पुरम तक बहती है।

पशुओं के प्रति क्रूरता को लेकर सदा मुखर रहने वाली भाजपा सांसद मेनका गांधी ने बुधवार को एएनआई को दिए एक साक्षात्कार में जैसे ही यह कहा कि हाथी को बम से भरा अनन्नास मलप्पुरम में खिलाया गया था, जो जो भारत का 'सबसे हिंसक जिला' है, राजनैतिक तूमार खड़ा हो गया ।

भाजपा सांसद ने तो किसी समाज या वर्ग का नाम नहीं लिया उलटे केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने प्रतिक्रिया में जबरन इसमें साम्प्रदायिकता का पुट दे दिया | उन्होंने कहा कि मलप्पुरम के खिलाफ अभियान तथ्यों के विपरीत है व केरल को बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है, जो सही नहीं है। राज्य के आत्मसम्मान पर सवाल उठाने की कोशिशों को स्वीकार नहीं किया जा सकता।

सीपीआई (एम) के राज्य सचिव कोडियरी बालाकृष्णन ने दो कदम आगे बढ़कर कहा कि दो केंद्रीय मंत्रियों के ट्वीट मलप्पुरम में रहने वाले विशेष धार्मिक समुदाय को जानबूझकर लक्षित करने वाले हैं । कांग्रेस नेता और विधानसभा में विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथला ने भी अपनी टिप्पणी के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी से माफी माँगने को कहा।

लेकिन सवाल उठता है कि मल्लपुरम का नाम आते ही, क्यों इतना बौखला जाते हैं ये तथाकथित सेक्यूलर नेता ? क्या केवल इसलिए कि उन्हें आईना पसंद नहीं है ? क्या पिछले वर्षों में मल्लपुरम में अराष्ट्रीय घटनाएँ नहीं हुईं ? क्या यह भी गलत है कि पकड़ा गया अभियुक्त पी विल्सन मूलतः मल्लापुरम का ही है ?

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